रिपेरिंग के दौरान धमाके के साथ फटा एसी का कंप्रेशर

हादसे में एक की मौत, तीन गंभीर रूप से घायल

खबर में आई कंसल्ट का लोगो भी लगेगा। एक्सपर्ट व्यू में

DEHRADUN

ओएनजीसी के वर्कशॉप में एसी रिपेयरिंग के दौरान कंप्रेशर फटने से एक की मौत हो गई, जबकि तीन गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को ओएनजीसी अस्पताल में एडमिट कराया गया है। जहां से एक को हायर सेंटर रेफर कर दिया गया। सभी लोग ऑउटसोर्सिग के जरिए ओएनजीसी में काम करते थे।

कंप्रेशर में हुआ धमाका

हादसा थर्सडे सुबह करीब क्क् बजे ओएनजीसी के वर्कशॉप (इंस्टीट्यूट ड्रिलिंग टेक्नॉलॉजी) में हुआ। जहां कर्मचारी एसी रिपेरिंग का काम कर रहे थे। प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो इसी दौरान धमाके के साथ फटे एसी के कंप्रेशर की चपेट में आने से हर्रावाला निवासी ब्ख् वर्षीय महिपाल पुत्र स्व। हरि चंद्र खत्री की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि विपिन, सुनील व चंद्रसागर गंभीर रूप से घायल हो गए। सभी को ओएनजीसी अस्पताल में दाखिल करवाया, जहां से चंद्रसागर को मैक्स अस्पताल रेफर कर दिया गया। बताया जा रहा है कि धमाके से सुनील चौधरी के दोनों कान के पर्दे फट गए। जबकि चंद्रसागर के दोनों कान के पर्दे फटने के साथ हाथ झुलसे और विपिन का एक ओर का चेहरा झुलस गया।

पुराने एसी मॉडलों का कर रहे यूज

घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और पीडि़त परिजन भी अस्पताल पहुंचे। जहां पीडि़त परिजनों का आरोप था कि इन सबके लिए ओएनजीसी प्रशासन जिम्मेदार है। जिसके द्वारा अभी भी पुराने मॉडल के एसी यूज किए जा रहा है, जो खतरनाक है। परिजनों ने बताया कि मृतक और घायल ए टू जेड कंपनी के माध्यम से ओएनजीसी में आउटसोर्सिग के जरिए काम कर करते हैं। चौकी इंचार्ज बिंदाल विनोद थपलियाल ने बताया ने बताया कि 79म् कर्मचारी ऑउटसोर्सिग के जरिए ओएनजीसी में काम करते हैं।

कर्मचारियों में आक्रोश

घटना के बाद ऑउटसोर्सिग के जरिए काम करने वाले कर्मचारियों में खासा गुस्सा है। कर्मचारियों की मानें तो सालों से काम करने के बावजूद उन्हें कोई सुविधा मुहैया नहीं है। पहले भी इस तरह के हादसे हो चुके हैं। गुस्साए कर्मचारियों ने फ्राइडे से हड़ताल करने की बात भी कही। कर्मचारियों के परिजनों ने मुआवजा दिए जाने की मांग की है। चौकी इंचार्ज विंदाल विनोद थपलियाल ने बताया कि ए टू जेड कंपनी की तरफ से मृतक को पांच लाख रुपए मुआवजा दिए जाने की बात कही गई है। जबकि ओएनजीसी प्रशासन से बात की जा रही है।

पुलिस के भी छूटे पसीने

हादसे के बाद अस्पताल पहुंचे पुलिस ने शव को कब्जे में लेने का प्रयास किया, लेकिन पीडि़त परिजनों के साथ अन्य कर्मचारियों के विरोध के कारण पुलिस शव को कब्जे में नहीं ले पाई। चौकी इंचार्ज थपलियाल ने बताया कि देर शाम तक विरोध के कारण शव को कब्जे में नहीं लिया जा सका।

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आपके घर का भी फट सकता है एसी

- एसी के यूज को लेकर सतर्क रहना जरूरी

देहरादून। यदि आप एसी की ठंडी हवा का आनंद लेते हैं तो उसकी रिपेरिंग का भी ख्याल रखें। अन्यथा कभी भी ठंडी हवा देने वाला एसी बम बन सकता है। एक्सपर्ट की मानें तो कुछ सावधानी बरती जाए तो इस तरह की घटनाएं रोकी जा सकती हैं। बदलते समय के साथ एसी जरूरत बनती जा रही है। इसे गर्मियों के साथ सर्दियों में भी यूज किया जाने लगा है। लेकिन इसकी देख-रेख में जरा सी लापरवाही जान जोख्मि में डाल सकती है। एसी एक्सपर्ट प्रदीप चौधरी ने बताया कि इस तरह के हादसे कभी भी उन लोगों के साथ हो सकते हैं जो एसी का सही तरिके से यूज नहीं कर रहे हैं.

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ये बरते सावधानी:::

:- साल में एक बार एसी की रिपेरिंग जरूर करवाएं।

:- एसी के लिए वायरिंग और पलग अच्छी कंपनी के यूज करें।

:- कंप्रेशर के थर्मल फ्यूज को समय समय पर चेक करवाते रहे.ं

:- एसी के वोल्टेज को सामान्य रखने के लिए स्टेपलाइजर का यूज करें।

:- पावर कम ज्यादा होने पर एसी चलाने से बचें।

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इसलिए फटता है कंप्रेशर

प्रदीप चौधरी ने बताया कि कंप्रेशर फटने के कई कारण हो सकते हैं। जिसमें सबसे अहम पावर और थर्मल फ्यूज होता है। पावर कम ज्यादा होने से कंप्रेशर के अंदर होने वाली क्रिया धीमी व तेज होती रहती है, जिससे वह गर्म होकर फट जाता है। वहीं दूसरी तरफ कंप्रेशर के अंदर लगे थर्मल फ्यूज भी धमाके का कारण बनते हैं। कई बार पावर कम और तेज होने से थर्मल फ्यूज खराब हो जाता है, लेकिन फिर भी एसी काम करता रहता है, जो सीधे तौर पर कंप्रेशर को कमजोर करता है। यही स्थिति फ्रिज के साथ भी हो सकता है।