प्रदूषण के मामले में दिल्ली जैसी होती जा रही हालत

-देहरादून का प्रदूषण लेवल 6 साल में करीब 3 गुना बढ़ा

-शहर का सबसे ज्यादा प्रदूषित है आईएसबीटी इलाका

-दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों में दून 31वें स्थान पर

देहरादून

अगर यही हाल रहा तो वो दिन दूर नहीं जब देहरादून का हाल भी प्रदूषण के मामले में दिल्ली की तरह ही हो जाएगा। आज दिल्ली की आबोहवा सांस लेने लायक नहीं है। देहरादून का वातावरण भी लगातार जहरीला होता रहा है। पिछले पांच साल में देहरादून के कई इलाकों का प्रदूषण लेवल ढाई से तीन गुना तक बढ़ गया है। आंकड़े बेहद चौंकाने वाले हैं। हालत ये है कि दून का प्रदूषण लेवल दिल्ली से कुछ ही कम रह गया है। आज दिल्ली में पर्टिकुलेट मैटर (पीएम 10) 229 है तो देहरादून में ये आंकड़ा 188 का है। ये आंकड़े डब्लूएचओ ने जारी किए हैं। जबकि इसका लेवल 60 तक ही रहना चाहिए। लेकिन हकीकत ये है कि ये लेवल दून में तीन गुना से भी ज्यादा हो चुका है।

आबोहवा में घुल रहा है जहर

अपनी शांत वादियों के लिए जाने जाने वाले दून शहर की आबोहवा में हर रोज जहर घुल रहा है। सल्फर आईऑक्साइड और ऑक्सिडाइज ऑफ नाइट्रोजन का लेवल कम होने का नाम ही नहीं ले रहा है। व‌र्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (डब्लूएचओ) के मुताबिक देहरादून में बढ़ रहा प्रदूषण नाक, आंख, गला, हार्ट और फेफड़ों के लिए बेहद खतरनाक हो सकता है। आपको बता दें कि हाल ही में जारी विश्व के सबसे प्रदूषित शहरों की लिस्ट में देहरादून का नंबर 31वां है। हालांकि इससे पहले वाली लिस्ट में दून का नंबर 29वां था, यानि लिस्ट में दून की रैंकिंग सुधरी है, लेकिन आंकड़े बयां करते हैं कि दून का प्रदूषण कम नहीं हो रहा है।

3 इलाके सबसे ज्यादा प्रदूषित

देहरादून के तीन इलाके प्रदूषण के मामले में सबसे ज्यादा आगे हैं। इनमें दून का हार्ट कहा जाने वाला घंटाघर, रायपुर रोड और आईएसबीटी वाला इलाका शामिल है। आईएसबीटी और रायपुर रोड इंडस्ट्रियल के साथ साथ रिहायशी कॉलोनी वाले भी हैं। आंकड़ों के मुताबिक रायपुर रोड और आईएसबीटी साल दर साल ज्यादा पॉल्यूटेड हो रहे हैं। इन दोनों इलाकों के आंकड़ों पर गौर करें तो यहां पिछले सालों में प्रदूषण लेवल अचानक ढाई से तीन गुना तक बढ़ गया है। जबकि घंटाघर का इलाका भी लगातार पॉल्यूटेड होता जा रहा है लेकिन यहां के प्रदूषण का आंकड़ा उतना नहीं बढ़ा है।

वायु प्रदूषण का डाटा (पीएम 10)

दिल्ली देहरादून

229 188

वायु प्रदूषण का डाटा (पीएम 2.5)

दिल्ली देहरादून

122 100

(आंकड़े डब्लूएचओ के मुताबिक)

देहरादून में वायु प्रदूषण (पीएम 10)

वर्ष घंटाघर रायपुर रोड आईएसबीटी

2016 187 308.41 324.98

2015 159.54 155.35 237.75

2014 152.52 145.11 186.51

2013 138.69 168.12 128.92

2012 177.15 163.87 176.72

2011 185.43 140.68 138.32

(2016 के आंकड़े जून माह तक के औसतन हैं। पीएम10- औसतन सालाना 60 प्वाइंट होना चाहिए। )

जहरीली गैसों का लेवल

राजधानी देहरादून में सल्फर डाइ ऑक्साइड का लेवल मानकों से ज्यादा है जो कि हेल्थ के लिए बेहद खतरनाक है। शुक्र की बात ये है कि एनओ-2 यानि ऑक्सिडाइज ऑफ नाइट्रोजन की मात्रा यहां मानकों से ज्यादा नहीं है। सल्फर डाइ ऑक्साइड का लेवल 20 प्वाइंट तक होना चाहिए जो कि दून से सभी इलाकों में बढ़ा हुआ है। घंटाघर में इसका लेवल 25 है जबकि रायपुर रोड में 28 और आईएसबीटी में 26. वातावरण में ऑक्सिडाइज ऑफ नाइट्रोजन का मानक लेवल 30 तक माना जाता है जो घंटाघर में 29, रायपुर रोड में 29.5 और आईएसबीटी इलाके में 30.43 है। आईएसबीटी इलाके में ये मात्रा ज्यादा है।