- राजाजी नेशनल पार्क से हुई थी हथियारों की बरामदगी

- वन विभाग की उड़ी नींद, पार्को में बढ़ाई गई चौकसी

DEHRADUN: सूबे के संरक्षित वन व वन्य जीव क्षेत्र में बावरिया गिरोह की सक्रियता ने वन विभाग की नींद उड़ा दी है। शुक्रवार को देहरादून से सटे राजाजी नेशनल पार्क की चीला रेंज से कई औजार व हथियारों की बरामदगी के बाद महकमे में हड़कंप मच गया है। इसे देखते हुए राजाजी और कॉर्बेट नेशनल पार्क में अलर्ट घोषित कर दिया गया है साथ ही महकमे ने यहां चौकसी बढ़ा दी है। सूत्रों की मानें तो इन्क्वायरी में कुछ अहम सुराग भी हाथ लगे हैं।

बावरिया गिरोह पर नजर

राजाजी और कॉर्बेट नेशनल पार्क हाथी और बाघों के लिए विख्यात है। इन दोनों पार्को में वन्यजीवों के शिकार के लिए बावरिया गिरोह कुख्यात है। अधिकांश अवैध शिकार के मामलों में बावरिया गिरोह का हाथ पाया गया है। विभागीय सूत्रों के मुताबिक पूर्व में कराई गई पड़ताल में यह तथ्य सामने आया कि उत्तराखंड में बावरियों के पांच गिरोह सक्रिय हैं और इन गिरोहों में करीब 80 सदस्य शामिल हैं। बताया यह भी जाता है कि इन गिरोहों के तार अंतरराष्ट्रीय माफिया से जुड़े हैं। अब राजाजी पार्क में बावरिया गिरोहों की दस्तक ने फिर से वन विभाग की नींद उड़ा दी है।

क्या मिला था राजाजी पार्क से

राजाजी पार्क की चीला रेंज में तीन भाले, दो खड़के व कील लगे बांस के डंडों के साथ ही कंबल बरामद हुए थे। सूत्रों ने बताया कि इस प्रकार के हथियारों व औजारों का इस्तेमाल बावरिया गिरोह द्वारा वन्यजीवों के शिकार के लिए किया जाता है। अब तक की इन्क्वायरी में भी जो बातें उभरकर सामने आ रही हैं, वह इसी तरफ इशारा कर रही हैं। इस सबके मद्देनजर दोनों पार्काें में अलर्ट जारी कर दिया गया है।

राजाजी व कॉर्बेट पार्क में चौकसी बढ़ाई गई है। सेंसिटिव इलाकों पर खास नजर रखी जा रही है। राजाजी पार्क में मिले हथियारों की बरामदगी के मामले में भी जांच-पड़ताल की जा रही है, हमारे हाथ कुछ अहम सुराग भी लगे हैं।

- धनंजय मोहन, अपर प्रमुख मुख्य वन संरक्षक।

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चर्चा में एक तस्कर का नाम

राजाजी पार्क में हुई घुसपैठ के मामले में उत्तराखंड की सीमा से सटे बिजनौर क्षेत्र के एक तस्कर का नाम भी चर्चा में है। उसके खिलाफ वन्यजीवों की खाल और अंगों की तस्करी के कई मामले दर्ज हैं। सूत्रों के अनुसार उसे हाल ही में हरिद्वार और उसके आसपास के इलाकों में देखा गया था। इसके तार भी बावरिया गिरोह से जुड़े बताए जाते हैं।