-कोर्ट के आदेश पर आईजी जेल प्रशासन ने यूपी के पाले में फेंकी गेंद

-अमरमणि को उत्तराखंड जेल में शिफ्ट किए जाने की कोर्ट ने दिए थे आदेश

-कवयित्री मधुमिता शुक्ला हत्याकांड में उम्र कैद की सजा काट रहे हैं दोनों पति पत्‍ि‌न

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DEHRADUN : बाहुबली नेता अमरमणि त्रिपाठी व उनकी पत्नी मधुमणि त्रिपाठी को उत्तराखंड शिफ्ट किए जाने वाले हाईकोर्ट के आदेश पर आईजी जेल प्रशासन ने गेंद यूपी के पाले में फेंक दी है। अब देखना यह है कि अमरमणि त्रिपाठी व मधुमणि त्रिपाठी उत्तराखंड शिफ्ट हो पाते हैं या नहीं? बहरहाल यह समय ही बताएगा। फिलहाल वर्तमान स्थिति का फायदा कवियित्री मधुमिता शुक्ला के हत्यारे बाहुबली नेता अमरमणि त्रिपाठी व उनकी पत्नी मधुमणि त्रिपाठी को मिलेगा।

उत्तराखंड लाने का दिया आदेश

दरअसल, बहुचर्चित मधुमिता शुक्ला हत्याकांड में सजा काट रहे पूर्व मंत्री अमरमणि त्रिपाठी ढाई साल पूर्व हरिद्वार जेल से गोरखपुर जेल में शिफ्ट किए गए। हत्याकांड में इससे पूर्व ही अमरमणि त्रिपाठी की पत्नी मधुमणि त्रिपाठी गोरखपुर जेल में बंद थी। करीब डेढ़ साल से दोनों लोग बीमारी के चलते गोरखपुर स्थित नेहरू हॉस्पिटल में एडमिट हैं। इसी को लेकर मधुमिता शुक्ला की बहन निधि शुक्ला ने उत्तराखंड हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की थी। जिस पर हाईकोर्ट ने आईजी कारागार को वस्तु स्थिति जानने के साथ यह निर्देश दिए थे ख्ख् सितंबर तक दोनों को उत्तराखंड शिफ्ट किया जाए।

यूपी के पाले में फेंकी गेंद

हत्याकांड में उम्र कैद की सजा काट रहे अमरमणि त्रिपाठी व मधुमणि त्रिपाठी पिछले डेढ़ साल से अस्पताल में उपचार करवा रहे हैं, अमरमणि रूम नंबर पांच में हैं जबकि मधुमणि कमरा संख्या क्ब् में हैं। अमरमणि त्रिपाठी यहीं से ही अपना सारा काम कर रहे हैं। सजायाफ्ता होने के बाद भी दोनों की सुरक्षा में पुलिस तैनात नहीं है। इतना ही नहीं उन्हीं लोगों को रूम में घुसने दिया जाता है, जिनसे वे मिलना चाहते हैं। रसूख साफ झलकता है। अब हाईकोर्ट के आदेश के बाद आईजी जेल प्रशासन उत्तराखंड व यूपी में खलबली मची हुई है। स्थिति यह है कि मामले से आईजी जेल प्रशासन ने वस्तु स्थिति से अवगत कराने के लिए आईजी यूपी को पत्र लिखकर गेंद यूपी के पाले में फेंक दी है।

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क्या था मामला

ख्00फ् को दिन दहाड़े लखीमपुर खीरी निवासी कवियित्री मधुमिता शुक्ला की पेपर मिल कॉलोनी निशातगंज लखनऊ के समीप दो हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। हत्याकांड की जांच यूपी सरकार ने सीबीआई से कराने के आदेश जारी किए। सीबीआई जांच में हत्याकांड में पूर्व मंत्री अमरमणि त्रिपाठी, उनकी पत्नी मधुमणि त्रिपाठी, भतीजे रोहित चतुर्वेदी, शूटर संतोष राय और प्रकाश पांडे प्रथम दृष्टया संलिप्त पाए गए। एसआई यज्ञ नारायण दीक्षित को हत्याकांड के साक्ष्य मिटाने का दोषी पाया गया। ट्रायल के दौरान एसआई यज्ञ नारायण की मौत हो गई। ख्007 में सीबीआई कोर्ट ने अमरमणि त्रिपाठी, मधुमणि त्रिपाठी, भतीजे रोहित, शूटर संतोष राय को उम्र कैद और चारों पर भ्0-भ्0 हजार रुपए जुर्माने की सजा सुनाई। एक शूटर प्रकाश पांडे संदेह का लाभ पाते हुए बरी हो गया। मामले में अमरमणि त्रिपाठी ने हाईकोर्ट नैनीताल में अपील की। हाईकोर्ट ने निचली अदालत के फैसले को सही बताते हुए बरी प्रकाश पांडे को भी कॉल डिटेल के आधार पर उम्र कैद व भ्0 हजार जुर्माने की सजा सुनाई।

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यह था घटनाक्रम

9 मई ख्00फ्: कवियित्री मधुमिता शुक्ला की लखनऊ ने गोली मारकर हत्या

ख्फ् जून ख्00फ्:- हत्याकांड की जांच सीबीआई को सौंपी गई

ख्00ब्- मधुमिता की बहन निधि शुक्ला की शिकायत पर संज्ञान लेते हुए सुप्रीम कोर्ट ने मामला हाईकोर्ट नैनीताल रेफर किया।

ख्00भ्:- ट्रायल के दौरान साक्ष्य मिटाने के आरोपी यज्ञ नारायण दीक्षित की मौत

ख्ब् अक्टूबर ख्007:- सीबीआई कोर्ट देहरादून के सेशन जज वीबी राय की कोर्ट ने पूर्व मंत्री अमरमणि त्रिपाठी , उनकी पत्नी मधुमणि त्रिपाठी, भतीजे रोहित व शूटर संतोष राय को उम्र कैद व भ्0-भ्0 हजार रुपए जर्माने की सजा सुनाई

ख्008: मामले में पूर्व मंत्री अमरमणि त्रिपाठी ने हाईकोर्ट नैनीताल में अपील की।

ख्0क्ख्: को हाईकोर्ट ने निचली अदालत के फैसले को सही बताते हुए शक के आधार पर बरी हुए प्रकाश पांडे को भी उम्र कैद की सजा सुनाई

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दून से गोरखपुर जेल

ख्म् अक्टूबर ख्007: देहरादून जेल से हरिद्वार जेल भेजे गए अमरमणि त्रिपाठी

0ब् दिसंबर ख्008:- हरिद्वार जेल से गोरखपुर ट्रांसफर होकर आई मधुमणि एनआई एक्ट के मामले में हरिद्वार जेल से गोरखपुर लाया गया।

ख्9 अगस्त ख्009:- मानसिक रोग विभाग में मधुमणि का चेकअप कराया गया

फ्0 सितंबर ख्009:- मधुमणि को फ्0 सितंबर से ख्भ् नंबवर ख्009 तक मेडिकल कॉलेज में भर्ती रखा गया

0क् दिसंबर ख्009:- मधुमणि को एक दिसंबर ख्009 से ख्भ् नवंबर ख्0क्0 तक मेडिकल कॉलेज में भर्ती रखा गया

क्ख् मार्च ख्0क्ख्: अमरमणि को भी हरिद्वार जेल से गोरखपुर जेल में शिफ्ट किया गया

ख्7 फरवरी ख्0क्फ्: बीमार होने पर गोरखपुर स्थित नेहरू हॉस्पिटल एंड कॉलेज में एडमिट हुए अमरमणि

क्फ् मार्च ख्0क्फ्:- अमरमणि की पत्नी को भी कराया गया मेडिकल कॉलेज में भर्ती

'हाईकोर्ट ने वस्तु स्थिति से अवगत कराने का आदेश दिया था, लेकिन दोनों कैदी गोरखपुर जेल में हैं, जिस कारण वस्तु स्थिति से अवगत कराने के लिए यूपी जेल प्रशासन को अवगत करा दिया गया है.'

-विनोद शर्मा, आईजी जेल