देहरादून, 7 जनवरी (ब्यूरो)। पेशेंट की खाने की नली से कृत्रिम दांत निकाल कर दून हॉस्पिटल के स्टाफ ने जान बचाई। पेशेंट व उनका परिवार लंबे समय से परेशान था। वे कई प्राइवेट हॉस्पिटल के चक्कर काटकर परेशान थे। लेकिन, कृत्रिम दांत नहीं निकल पाया था। इसके बाद जब व दून मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल मेंं पहुंचे तो यहां ईएनटी के स्पेशलिस्ट डॉक्टर्स ने दांत निकाल लिया।

ये है मामला

रायपुर निवासी 50 वर्षीय पेशेंट के खाने की नली में खाना खाते समय कृत्रिम दांत निकल कर फंस गया था। जिससे मरीज कई दिन तक काफी दर्द में रहा। वह खान-पान नहीं कर पा रहा था। कई प्राइवेट हॉस्पिटल में परिजन उसे लेकर गए। लेकिन, कोशिश के बाद भी डॉक्टर्स उसे निकालने में असफल रहे। करीब चार दिन पहले वे दून हॉस्पिटल पहुंचे। जहां ईएनटी विभाग के एसोसिएट प्रो। डॉ विकास सिकरवार व उनकी टीम जांच की तो पाया की कृत्रिम दांत डेनचर खाने की नली के निचले हिस्से में फंस गया है। मरीज़ की हालत देखते हुए इमरजेंसी ऑपरेशन करने का फैसला किया गया।

नली के फटने का खतरा जांच के दौरान डॉक्टर्स ने पाया कि नुकीले कृत्रित दांत के चार दिन तक फंसे रहने के कारण, खाने की नली का फटने का डर था। जोकि, जानलेवा के हो सकता था। सतर्कता बरतते हुए पेशेंट की एंडोस्कोपी विधि से कृत्रिम दांत को निकाला गया। सर्जरी के बाद पेशेंट को ऑब्र्जवेशन में रखा गया है। जांच के बाद पेशेंट को डिस्चार्ज कर दिया जाएगा।

पेशेंट की परेशानी को देखते हुए इमरजेंसी में सर्जरी की गई। जिसके बाद पेशेंट की खाने की नली को भी बचाना जरूरी था। जिसे देखते हुए एंडोस्कोपी के जरिए डॉक्टर्स की टीम ने सफल सर्जरी की।-

:-डॉ। विकास सिकरवार, असिसटेंड प्रोफेसर ईएनटी