- सीएम ने सभी पुरस्कार प्राप्त करने वालों के 51-51 हजार रुपए की धनराशि अकाउंट में किए ट्रांसफर

देहरादून (ब्यूरो): सीएम पुष्कर सिंह धामी ने पुरस्कार प्राप्तकर्ताओं को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि विभिन्न क्षेत्रों में सराहनीय कार्य करने वाली मातृशक्ति को सम्मानित कर वे स्वयं गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। कहा, वीरांगना तीलू रौतेली ने 15 वर्ष की उम्र में युद्ध भूमि में अपने रण कौशल द्वारा अपने विरोधियों को परास्त किया था। अपूर्व शौर्य, संकल्प और साहस की धनी वीरांगना तीलू रौतेली को उत्तराखंड की झांसी की रानी कहकर याद किया जाय तो इसमें कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी।

तीलू रौतेली की पुरस्कार राशि 31 से बढ़ाकर 51 हजार की गई

उन्होंने 15 से 22 वर्ष की आयु के मध्य सात युद्ध और अपनी वीरता और रण कौशल का परिचय दिया। राज्य सरकार ने तीलू रौतेली पुरुस्कार की धनराशि 31 हजार रुपए से ब?ाकर 51 हजार रुपए की है। जबकि, आंगनबा?ी कार्यकत्री पुरुस्कार की धनराशि भी 21 हजार से ब?ाकर 51 हजार रुपए की गई है।


आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का मानदेय 7500 से बढ़ाकर 9300 किया गया
सीएम ने कहा कि आंगनबा?ी केंद्रों की स्थिति मजबूत करने के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है और इस दिशा में निरंतर कार्य कर रही है। माता-पिता के बाद बच्चों को संस्कार देने की शुरुआत आंगनबा?ी केंद्रों से ही होती है। राज्य सरकार द्वारा आंगनबा?ी बहनों का मानदेय 7500 रुपए से ब?ाकर 9300 रुपए किया है। मिनी आंगनबा?ी बहनों के मानदेय को भी 4500 से ब?ाकर 6250 और सहायिकाओं का मानदेय 3550 से 5250 रुपए किया है। कहा कि उत्तराखंड के विकास के लिए हर क्षेत्र में मातृ शक्ति की ब?ी भूमिका रही है। उत्तराखण्ड को अलग राज्य बनाने की मांग के लित हुए आंदोलन में सबसे ब?ा बलिदान हमारी मातृशक्ति ने ही दिया था। आज महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पुरुषों से कम नहीं हैं, चाहे घर हो या युद्ध का मैदान, राजनीति हो या सिनेमा, वैज्ञानिक क्षेत्र हो या कृषि, शिक्षा और अनुसंधान का क्षेत्र महिलाओं ने हर जगह अपने आपको साबित किया है।


महिलाएं सेल्फ हेल्प ग्रुप बनाकर कुटीर उद्योगों के जरिए अर्थव्यवस्था को गति कर रही प्रदान
आज प्रदेश के सुदूर गांवों में महिलाएं सेल्फ हेल्प ग्रुप बनाकर कुटीर उद्योगों के जरिए ग्रामीण अर्थव्यवस्था को गति प्रदान कर रही हैं। महिलाओं के पास कौशल की कभी कोई कमी नहीं रही और अब यही कौशल उनकी और उनके परिवारों की आर्थिकी को बल प्रदान कर रहा है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार ने प्रत्येक क्षेत्र में महिलाओं को सशक्त बनाने का कार्य किया है। आज वित्तीय समावेश से लेकर सामाजिक सुरक्षा, गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा से लेकर आवास, शिक्षा से लेकर उद्यमिता तक नारी शक्ति को भारत की विकास यात्रा में सबसे आगे रखने के लिए कई प्रयास किए गए हैं। कहा, राज्य सरकार द्वारा महिला सशक्तिकरण की दिशा में अनेक कार्य किये जा रहे हैं। लखपति दीदी योजना, मुख्यमंत्री महालक्ष्मी योजना, उज्ज्वला योजना, हर घर नल से जल, शौचालयों का निर्माण, महिला स्वयं सहायता समूह के लिए विशेष कोष का गठन जैसे अनेक कार्य किये गये हैं। आज प्रदेश की समस्त माताओं और बहनों ने अपने अथक परिश्रम से जहां एक ओर आर्थिक रूप से अपने आपको आत्मनिर्भर बनाने का कार्य किया है वहीं देवभूमि की सभ्यता और संस्कृति को भी जीवंत रखा है।


पुरस्कार प्राप्त करने वालों की बधाई
महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि तीलू रौतेली के जन्मदिवस के सुवअसर पर आधुनिक तीलू रौतेली व आंगनबाडी कार्यकत्रियों का सम्मान किया जा रहा है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा महिला सशक्तीकरण के लिए राज्य में लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। दोनों पुरुस्कारों की धनराशि ब?ाई गई है। उन्होंने कहा कि सामाजिक भेदभाव समाप्त कर ही समाज में महिलाओं की तरक्की सुनिश्चित हो सकती है। उन्होंने तीलू रौतेली एवं ऑगनबा पुरूस्कार प्राप्त करने वाली महिलाओं को बधाई दी। इस अवसर पर विधायक श्री खजान दास, सचिव महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास श्री हरि चन्द्र सेमवाल एवं अन्य गणमान्य उपस्थित थे।
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