- 2017 में शुरू हुआ था ऑर्चिड पार्क अपार्टमेंट्स और एमिनेंट हाइट्स प्रोजेक्ट

- 80 से ज्यादा निवेशकों ने फ्लैट्स बुक कराने के नाम पर दिए थे करोड़ों रुपये

- पुष्पांजलि प्रोजेक्ट के डायरेक्टर ने निवेशकों की रकम वापसी के लिए 31 दिसंबर 2021 तक का मांगा समय

देहरादून,

हाईप्रोफाइल फ्रॉड के आरोप लगने और एसआईटी जांच के एक्शन लेने के दबाव बनने के बाद अब पुष्पांजलि बिल्डर्स के ऑर्चिड पार्क अपार्टमेंट्स और एमिनेंट हाइट्स में निवेशकों के करोड़ों रुपए या फ्लैट्स मिलने की आस जगी है। 2017 में शुरू हुए प्रोजेक्ट के ठंडे बस्ते में जाने और 88 पीडि़तों के करोड़ों रुपए डूबने की कंप्लेन पर दून पुलिस के दबाव के बाद पुष्पांजलि प्रोजेक्ट के एक डायरेक्टर राजपाल वालिया द्वारा निवेशिकों के फ्लैट व धनराशि वापस देने का आश्वासन दिया गया है। जिसके लिए 31 दिसंबर 2021 तक का समय मांगा गया है।

जून में दर्ज हुए थे दो केस

जून में थाना राजपुर और डालनवाला में निवेशकों द्वारा पुष्पांजलि जयमल एंड इंफ्राटेक लिमिटेड के एमडी व अन्य डायरेक्टर के खिलाफ 2 केस रजिस्टर किए गए। जिस पर पुष्पांजलि विमल कंपनी द्वारा फ्लैट दिलाए जाने के एवज में धोखाधड़ी और करोड़ों रुपए हड़पने की कंप्लेन सामने आई थी। मामले में राजपुर रोड स्थित पुष्पांजलि बिल्डर्स के डायरेक्टर दीपक मित्तल की ओर से कैनाल रोड के पास ऑर्चिड पार्क अपार्टमेंट्स और एमिनेंट हाइटस बनाने व उसमें फ्लैट बुकिंग के नाम पर करोड़ों रुपये की ठगी करने के आरोप हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए डीआईजी अरुण मोहन जोशी द्वारा सीओ डालनवाला के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया। एसआईटी द्वारा सभी निवेशकों से प्रोजेक्ट में इन्वेस्ट धनराशि की जानकारी और प्रोजेक्ट के बारे में डिटेल ली गई। साथ ही पुलिस टीम द्वारा आरोपियों के खिलाफ एक्शन लेने का दबाव बनाया गया। कंपनी के एक डायरेक्टर राजपाल वालिया ने 31 दिसंबर 2021 तक सभी निवेशकों को फ्लैट या उनकी धनराशि वापस करने के लिए लिखित में पत्र दिया गया है। राजपाल वालिया, दीपक मित्तल के साथ कंस्ट्रक्शन कंपनी पुष्पांजलि रीयलम्स इंफ्राटेक लिमिटेड के निदेशक हैं। कंपनी एमीनेंट हाइट्स और ऑर्चिड पार्क के नाम से फ्लैट्स बना रही है।

सहयोगी ने भी कराया था केस दर्ज

पुष्पांजलि रीयलम्स इंफ्राटेक लिमिटेड के निदेशक दीपक मित्तल के खिलाफ दीपक मित्तल के सहयोगी राजपाल वालिया ने डालनवाला कोतवाली में धोखाधड़ी का केस दर्ज करवा चुके हैं। राजपाल वालिया, दीपक मित्तल के साथ कंस्ट्रक्शन कंपनी पुष्पांजलि रीयलम्स इंफ्राटेक लिमिटेड के निदेशक हैं। कंपनी एमीनेंट हाइट्स और ऑर्चिड पार्क के नाम से फ्लैट्स बना रही है। राजपाल वालिया का आरोप था कि कंपनी का बैंक खाता है, जिससे कंपनी के पैसे का लेनदेन होता है और खरीदारों से प्राप्त धनराशि जमा होती है। लेकिन दीपक मित्तल राजपाल वालिया की जानकारी के बिना कंपनी का काम देखने लगे। राजपाल वालिया को 2019 अक्टूबर में पता लगा कि दीपक मित्तल ने फ्लैट्स के कुछ खरीदारों के साथ और ठेकेदार के साथ एग्रीमेंट किया। इसके लिए दोनों ने खरीदारों से फ्लैट्स के बदले मिलने वाली धनराशि के लिए एस्क्रो अकाउंट खोला। यह खाता राजपाल वालिया की जानकारी के बिना खोला गया। दीपक मित्तल ने कई फ्लैट्स बेचकर रकम एस्क्रो अकाउंट में डालने की बजाय कंपनी के खाते में डलवाई और हेराफेरी की।

88 लोगों के साथ हुआ धोखा

दीपक मित्तल पर आरोप हैं कि ऑर्चिड पार्क में दीपक मित्तल ने लगभग 88 लोगों के साथ धोखाधड़ी कर पैसे हड़पे। जिसके बाद वह विदेश भाग गया। जांच के बाद आरोप सही पाए जाने पर सीओ डालनवाला की देखरेख में एसआईटी गठित की, जिसमें इंस्पेक्टर देवेंद्र सिंह चौहान, राजपुर थाना इंचार्ज राकेश शाह व एसआई विजय सिंह को शामिल किया है। दीपक मित्तल उसके दोस्त व रिश्तेदारों को चिह्नित कर पूछताछ की गई। इस मामले में 9 अक्टूबर 2020 को केस में नामजद आरोपी दीपक मित्तल व उसकी पत्‍‌नी राखी मित्तल का एलओसी, लुकआउट सर्कुलर भी जारी किया गया। इंडिया लौटने पर आरोपी की गिरफ्तारी करने के निर्देश दिए गए।

प्रोजेक्ट पर एक नजर

पुष्पांजलि के डायरेक्टर दीपक मित्तल ने ऑर्चिड पार्क अपार्टमेंट्स में 8 टावर बनाने का प्रोजेक्ट शुरू किया था। इसमें करीब 300 फ्लैट बनने थे। 2017 में शुरू हुए प्रोजेक्ट में अब तक 4 टावर के ढांचे खड़े हुए हैं। जबकि एक टावर का केवल बेसमेंट बना हुआ है।

------------------------

इस मामले में आरोपियों के खिलाफ पुलिस एक्शन ले रही है, जिन इन्वेस्टर ने पैसा लगाया है, उनको रिलीफ दिलाया जाएगा। इस प्रोजेक्ट से जुड़े लोगों ने इन्वेस्टर को उनका हक दिलाएंगे। अगर वे समय से इन्वेस्टर को रिलीफ नहीं देंगे तो पुलिस अपनी कार्रवाई करेगी।

अरुण मोहन जोशी, डीआईजी

--------------------------------------

इसमें फेज वाइज काम किया जाएगा। पहले दो टावर का काम पूरा कर लिया जाएगा। काम पूरा करने के बाद करीब सवा साल में 80 फ्लैट्स इन्वेस्टर को दिलाया जाएगा। जिनको फ्लैट्स नहीं मिलेगा, उनको पैसा वापस कर दिया जाएगा।

राजपाल वालिया, पार्टनर, निदेशक, पुष्पांजलि रीयलम्स इंफ्राटेक लिमिटेड