- दवाइयों की खरीद फरोख्त में गड़बड़ी की थी शिकायत

- हॉस्पिटल में 8 घंटे छापेमारी के बाद जब्त किए कई रजिस्टर

DEHRADUN

ओएनजीसी हॉस्पिटल में लंबे समय से अनियमितताओं को लेकर मिल रही शिकायतों पर शुक्रवार को सीबीआई की टीम ने हॉस्पिटल में छापेमारी की। करीब आठ घंटे तक अलग-अलग डिपार्टमेंट में छापेमारी चलती रही। सीबीआई ने ओएनजीसी हॉस्पिटल के अलग-अलग डिपार्टमेंट्स के अति महत्वपूर्ण डॉक्यूमेंट्स भी अपने कब्जे में लिए हैं। सीबीआई अब इन सभी कागजातों की बारीकी से तहकीकात करने के बाद ही अगला कदम उठाएगी। सीबीआई सूत्रों के अनुसार फिलहाल ओएनजीसी के किसी भी कर्मचारी को हिरासत में नहीं लिया गया है। सूत्रों के अनुसार कागजातों की पड़ताल पूरी होने के बाद हॉस्पिटल के कई अधिकारियों पर गाज गिर सकती है।

क्म् अधिकारियों की टीम ने की छापेमारी

सिटी के हाथीबड़कला स्थित ओएनजीसी हॉस्पिटल में अचानक सीबीआई की टीम के छापेमारी की खबर से हड़कंप मच गया। यहां सीबीआई के क्म् अधिकारियों ने हॉस्पिटल के अलग-अलग सेक्शन में एक साथ छापे मारे। सीबीआईआई की टीम सुबह करीब 9 बजे ही हॉस्पिटल में पहुंच गई थी। बताया जा रहा है कि सीबीआई के साथ ही ओएनजीसी के सीनियर अधिकारी भी छापेमारी के दौरान मौजूद थे।

दवाइयों को लेकर था घालमेल

सीबीआई से मिली जानकारी के अनुसार ओएनजीसी के हॉस्पिटल में सालाना करोड़ों रुपए का कारोबार होता है। यहां दवाइयों की खरीद- फरोख्त के लिए टेंडर निकाले जाते हैं। कम से कम रेट पर हॉस्पिटल को दवाइयां मुहैया कराने वाली कंपनियों को ये टेंडर सौंपा जाता है। सीबीआई को लंबे समय से इस बात की शिकायत मिल रही थी कि हॉस्पिटल में घटिया क्वालिटी की दवाइयां सप्लाई हो रही हैं, इसके अलावा किसी प्राईवेट हॉस्पिटल से भी दवाइयों और मरीजों को लेकर घालमेल किया जा रहा है। शुक्रवार को सीबीआई ने ओएनजीसी हॉस्पिटल के डिस्पेंसरी, मेडिकल स्टोर, प्रशासनिक भवन में एक साथ छापेमारी की।

मरीजों पर नहीं थी पाबंदी

सीबीआई की छापेमारी के दौरान मरीजों और तीमारदारों की एंट्री पर कोई भी पाबंदी नहीं लगाई गई थी। सीबीआई की टीम डिस्पेंसरी के स्टॉक रजिस्टरों और स्टोर में पड़ताल कर रही थी। लेकिन, डिस्पेंसरी के काउंटर बंद नहीं किए गए थे। सीबीआई की छापेमारी के दौरान ओएनजीसी हॉस्पिटल के कर्मचारियों की देर शाम तक सासें अटकी रहीं।