कांग्रेस जिलाध्यक्ष चौधरी राजेन्द्र सिंह ने की प्रेस वार्ता

बसपा सुप्रीमों मायावती का भी आभार जताया

ROORKEE:कांग्रेस जिलाध्यक्ष चौधरी राजेन्द्र सिंह ने कहा कि वे कांग्रेस के एक सच्चे सिपाही हैं और जनपद में संगठन को मजबूत करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। उनके बसपा में जाने का दुष्प्रचार किया जा रहा है जो पूरी तरह निराधार है। उन्होने जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर कांग्रेस समर्थित प्रत्याशी सविता चौधरी के सामने डटे इकलौते बसपा प्रत्याशी मौ। सत्तार के नामांकन पत्र वापिस लिए जाने पर बसपा सुप्रीमों मायावती का भी आभार जताया। वैडनसडे को कांग्रेस जिलाध्यक्ष चौधरी राजेन्द्र सिंह अपनी भाभी सविता चौधरी के जिपं अध्यक्ष पद पर निíवरोध निर्वाचित होने के परिपेक्ष्य में रामनगर स्थित एक होटल में पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे।

जिलाध्यक्ष ने बसपा के समर्थन पर दी सफाई

जिलाध्यक्ष चौधरी राजेन्द्र सिंह ने कहा कि क्998 में उन्होने बसपा का दामन छोड दिया था इसके बाद से उनका बसपा से कोई सरोकार नही रहा है। वे कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण करने के बाद से संगठन को मजबूत करने के लिए प्रयासरत है। कांग्रेस जिला पंचायत अध्यक्ष प्रत्याशी सविता चौधरी के सामने बसपा प्रत्याशी मौ। सत्तार ने अपना नामांकन क्यों वापस ले लिया। उन्हे इसकी कोई जानकारी नही है। जिला पंचायत अध्यक्ष पद की कुर्सी को लेकर जो भी तालमेल हुआ है वह बसपा सुप्रीमों और कांग्रेस हाईकमान स्तर के जिम्मेदार पार्टी पदाधिकारियों के बीच ही हुआ, जिसमें उनकी कोई भागीदारी नही है। कांग्रेसी नेता कमर आलम, हाजी तनवीर, तीरथ सिंह आदि मौजूद रहे।

मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष से क्षुब्ध

कांग्रेस जिलाध्यक्ष चौधरी राजेन्द्र सिंह ने कहा कि वे प्रदेश के मुख्यमंत्री हरीश रावत और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष से बेहद क्षुब्ध है। जिला पंचायत चुनाव में जनपद के दो पार्टी विधायकों ने उनका जमकर दुष्प्रचार किया, जिससे पार्टी की स्थिति कमजोर हुई है, बावजूद इसके मुख्यमंत्री व पार्टी प्रदेश अध्यक्ष ने दोनों विधायकों के खिलाफ कोई अनुशासनात्मक कार्यवाई नही की। यदि दोनों विधायकों के खिलाफ समय रहते कार्यवाई हुई होती तो प्रदेश में सरकार को लेकर इतना बडा बखेड़ा न खड़ा होता।

चौधरी ने घर वापसी के दिए संकेत

रणनीतिकारों की माने तो कांग्रेस जिलाध्यक्ष चौधरी राजेंद्र सिंह ने घर वापसी के संकेत दे दिए है। जिलाध्यक्ष चौधरी राजेन्द्र सिंह ने बसपा सुप्रीमों मायावती की तारिफ में कसीदे कसते हुए कहा कि उन्हे राजनीतिक सरपरस्ती बसपा सुप्रीमों से ही मिली है। क्998 में उन्होने बसपा से विदा लेने के बाद पार्टी सुप्रीमों बहन मायावती के खिलाफ कोई अनरगल बयानबाजी नही की। रणनीतिकार कांग्रेस जिलाध्यक्ष की इन बातों के मायने घर वापसी की ओर मान रहे हैं।

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