- पीजीआई चंडीगढ़ व एनसीडीसी दिल्ली भेजे जाएंगे सैंपल
- एनसीडीसी को भेजे जा चुके हैं 400 सैंपल
- प्रदेश में सैंपल का बैकलॉग करीब सात हजार तक
देहरादून।
उत्तराखंड से सस्पेक्टेड के सैंपल्स अब जांच के लिए चंडीगढ़ और दिल्ली भेजे जाएंगे। दरअसल स्टेट में कोरोना जांच की लिमिटेड कैपेसिटी है और सैंपल ज्यादा लिए जा रहे हैं। ऐसे में करीब 7000 सैंपल बैकलॉक में हैं। सैंपल का बैकलॉग खत्म करने के लिए इन्हें स्टेट के बाहर जांच के लिए भेजने का फैसला लिया गया है। बाहरी प्रदेशों से लगातार प्रवासियों के आने के चलते सैंपलिंग का दायरा बढ़ा, जिसके बाद बैकलॉग बढ़ता गया है। दून सहित प्रदेश में 6 वायरोलॉजी लैब में जांच की जा रही है। लेकिन, इनकी कैपेसिटी लिए जा रहे सैंपल्स से कम है।
दून सहित प्रदेश में 6 लैब
देहरादून में 15 मार्च को पहला कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट हुआ था। जबकि, पहली वायरोलॉजी लैब ऋषिकेश एम्स में 1 अप्रैल को शुरू की गई थी। इसके बाद 6 अप्रैल को प्राइवेट लैब और 25 अप्रैल को दून मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में वायरोलॉजी लैब की शुरुआत हुई। इसके अलावा तीन और लैब बाद में शुरू की गईं। लेकिन, इसके साथ-साथ ही सैंपलिंग का दायरा और प्रवासियों का लौटना भी बढ़ा। ऐसे में अब तक 6970 सैंपल टेस्ट के लिए वेटिंग पर हैं।
पीजीआई चंड़ीगढ़ किया एप्रोच
शासन ने बैकलॉग को खत्म करने के लिए अब पीजीआई चंडीगढ़ से सैंपल टेस्ट के लिए एप्रोच किया है। शुरुआत में बैकलॉग के सैंपल ही पीजीआई भेजे जाएंगे। ताकि, बैकलॉग के सैंपल्स की स्थिति साफ हो सके और सस्पेक्टेड की रिपोर्ट का इंतजार खत्म हो सके। शुरुआत में 150 सैंपल जांच के लिए भेजे जाएंगे।
एनसीडीसी को भी भेजेंगे सैंपल
शासन की ओर से जांच के लिए नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (एनसीडीसी) सैंपल भेजे जा रहे हैं। अब तक 400 सैंपल एनसीडीसी को भेजे जा चुके हैं। यहां रोजाना 200 सैंपल की जांच की जाएगी।
उत्तराखंड में वायरोलॉजी लैब
लैब शुरुआत कैपेसिटी
वीडीआरएल हल्द्वानी - 20 मार्च - 300
ऋषिकेश एम्स - 1 अप्रैल - 200
प्राइवेट पैथालॉजी- 6 अप्रैल -50-100
दून मेडिकल कॉलेज - 25 अप्रैल -100-150
श्रीनगर मेडिकल कॉलेज -30 अप्रैल - 50 -100
आईआईपी देहरादून 3 जून - 50
जिलेवार इतना बैकलॉग
अल्मोडा- 74
बागेश्वर - 163
चमोली -309
चम्पावत-149
देहरादून- 68
हरिद्वार-2990
नैनीताल-667
पौड़ी गढ़वाल- 72
पिथौरागढ़-300
रुद्रप्रयाग-251
टिहरी गढ़वाल-1572
उधमसिंहनगर-216
उत्तरकाशी - 89
बॉर्डर एरिया में प्रवासियों के रैैंडम सैंपल लिए जाने के कारण बैकलॉग लगातार बढ़ता जा रहा है। इसे देखते हुए अब दिल्ली और चंडीगढ़ सैंपल टेस्ट के लिए भेजे जा रहे हैं। इससे बैकलॉग खत्म हो पाएगा।
- अमित नेगी, हेल्थ सेक्रेटरी