-- 5 दिवसीय साइबर ट्रेनिंग का समापन

-डीजीपी ने सभी कर्मचारियों से लिया फीडबैक

DEHRADUN:

ब् सितंबर से पुलिस लाइन में आयोजित किए गए भ् दिवसीय साइबर ट्रेनिंग का शुक्रवार को समापन हो गया। समापन समारोह में डीजीपी अनिल के रतूड़ी ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। डीजीपी ने सेमिनार में हिस्सा लेने वाले प्रतिभागियों से कार्यशाला का फीडबैक भी लिया।

साइबर ट्रेनिंग का पहला कदम

डीजीपी ने अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य में विगत कुछ वषरें से साइबर अपराध के बढ़ते ग्राफ को रोकने के लिये यह प्रशिक्षण अत्यन्त महत्वपूर्ण है। जिन उद्देश्यों की प्राप्ति हेतु इस कार्यशाला का आयोजन किया गया था, उस दिशा में यह एक पहला कदम है। इस प्रशिक्षण से सभी विवेचनाधिकारियों की कार्यक्षमता बढे़गी। डीजीपी ने इस मौके पर यह भी घोषणा की कि साइबर अपराधों से पीडि़त राज्य की जनता को त्वरित लाभ देने के लिए राज्य के प्रत्येक जनपद में एसओजी की तर्ज पर साइबर सेल का गठन किया जाएगा।

अधिकारियों को दिए गए सर्टिफिकेट

कार्यक्रम में अपर पुलिस महानिदेशक प्रशासन, आरएस मीना ने पूरे भ् दिनों की ट्रेनिंग के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस कार्यशाला में अपने-अपने क्षेत्रों में विशेषज्ञ, ख्यातिप्राप्त वक्ताओं ने अपने अनुभव उत्तराखण्ड पुलिस के साथ साझा किये। कार्यक्रम में डीजीपी द्वारा म् समूहों में से उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले मनोज कत्याल पुलिस उपाधीक्षक नगर हरिद्वार के समूह को साइबर अपराध की समस्या को उत्कृष्ट रूप से निस्तारित करने हेतु बेस्ट गु्रप का प्रमाण पत्र दिया गया, जबकि अन्य सभी प्रतिभागियों को भी प्रशिक्षण से सम्बन्धित प्रमाण-पत्र दिए गये।