- दून में डेंगू पीडि़तों का आंकड़ा पहुंचा 623, 13 नए पेशेंट

- 57 संविदा हेल्थ वर्कर्स ने 6 माह से सैलरी न मिलने के कारण किया कार्य बहिष्कार शुरू

- दून हॉस्पिटल के एमएस डॉ। केके टम्टा वायरल से पीडि़त, एडमिट

देहरादून,

डेंगू का प्रकोप दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है, हेल्थ डिपार्टमेंट को डेंगू को कंट्रोल करने में खास कामयाबी नहीं मिल पा रही। ऐसे में थर्सडे से हॉस्पिटल के संविदा स्टाफ ने 6 माह से सैलरी न मिलने के कारण कार्य बहिष्कार शुरू कर दिया है। 57 संविदा वर्कर्स कार्य बहिष्कार पर हैं। दून हॉस्पिटल के मुखिया खुद वायरल से पीडि़त हैं और हॉस्पिटल में एडमिट हैं। ऐसे में डेंगू के डंक के बीच दून हॉस्पिटल का पूरा सिस्टम ही गड़बड़ा गया है। थर्सडे को दून हॉस्पिटल में हर तरफ पेशेंट्स की लंबी-लंबी कतारें लगी रहीं।

डेंगू के 13 नए केस पॉजिटिव

डेंगू का डंक रुकने का नाम नहीं ले रहा। रोज डेंगू के नए केस सामने आ रहे हैं। थर्सडे को दून में 13 नए केस पॉजिटिव पाए गए। इससे दून में डेंगू पेशेंट्स की संख्या अब 623 तक पहुंच गई है। प्रदेश में डेंगू पीडि़तों का आंकड़ा 648 पहुंच चुका है। इसमें 414 मेल और 234 फीमेल शामिल हैं। डेंगू को रोकने के लिए हेल्थ डिपार्टमेंट द्वारा किए जा रहे प्रयास अब तक पूरी तरह से फेल नजर आ रहे हैं। डेंगू से हर तरफ हाहाकार मचा हुआ है।

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57 संविदा हेल्थ वर्कर्स ने काम किया बंद

दून मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के संविदा हेल्थ वर्कर्स ने थर्सडे से कार्य बहिष्कार शुरू कर दिया है। वर्कर्स ने हॉस्पिटल में धरना दिया और मेडिकल कॉलेज एड्मिनिस्ट्रेशन पर अनदेखी का आरोप लगाया। बताया कि 6 महीनों से उन्हें सैलरी नहीं मिली है, जिससे परिवार पालना मुश्किल हो गया है। दून हॉस्पिटल में 57 संविदा हेल्थ वर्कर हैं, इनमें से 32 का तो एग्रीमेंट भी रिन्यूअल नहीं हो पाया है।

कार्य बहिष्कार के कारण यहां दिक्कत

पैथोलॉजी लैब

ब्लड बैंक

इमरजेंसी सर्विसेज

ऑपरेशन थियेटर

नर्सिग सर्विसेज

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वायरल के कारण मेडिकल सुपरिटेंडेंट एडमिट

दून हॉस्पिटल मैनेजमेंट की जिम्मेदारी संभालने वाले एमएस डॉ। केके टम्टा थर्सडे को वायरल की चपेट में आ गए। डॉ। टम्टा को हॉस्पिटल में भर्ती कर इलाज शुरू कर दिया गया है। डॉ। टम्टा ने बताया कि उनकी एलाइजा और टाइफाइड की रिपोर्ट नेगेटिव है, ऐसे में वायरल का इलाज चल रहा है। डॉक्टर्स ने उन्हें आराम करने की एडवाइस दी है।

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खबर छपी तो जागा प्रबंधन

दैनिक जागरण आई नेक्स्ट में खबर प्रकाशित होने के बाद थर्सडे को बरामदे में लगाए गए डेंगू के मरीजों के बेड पर मच्छरदानी लगा दी गई है। वेडनसडे को दून हॉस्पिटल में डेंगू के मरीजों के लिए बरामदे में 10 बेड लगाए गए थे, जहां डेंगू के मरीजों का इलाज खुले में हो रहा था। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने डेंगू के मरीजों खासकर तीन माह के मासूम का बरामदे में बिना किसी प्रीकॉशंस के इलाज करने को लेकर सिस्टम पर सवाल खड़े किए थे। जिसके बाद हॉस्पिटल प्रबंधन ने थर्सडे को बरामदे में लगाए गए बेड पर मच्छर दानी लगवा दी है। इसके अलावा बरामदे में ही पंखे लगाने का काम भी शुरू कर दिया है।