देहरादून (ब्यूरो)। लाल पुल के पास कुछ पेड़ों की जड़ों को पूरी तरह खोखला कर दिया गया है। पेड़ गिरने की स्थिति में हैं। खास बात यह है इन पेड़ों के नीचे कई ठेले-रेहड़ी हैं और यहां लगातार लोगों की भीड़ रहती है। इसके अलावा रोड पर लगातार ट्रैफिक रहता है और अक्सर जाम की स्थिति बनी रहती है। ऐसे में यदि कोई पेड़ गिर गया तो जान-माल का नुकसान होने की आशंका बनी हुई है।

पेड़ों पर फिलहाल कोई फैसला नहीं
दून में हाल के महीनों में मोहंड और सहस्रधारा रोड पर बड़ी संख्या में पेड़ काटे गये हैं। दोनों जगह पेड़ काटने का भारी विरोध भी हुआ। हालांकि कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद आखिर पेड़ काट दिये गये। लाल पुल से कारगी तक सड़क के दोनों ओर खड़े पेड़ों को काटने को लेकर फिलहाल कोई फैसला नहीं हुआ है। ऐसे में पेड़ों को काटा तो नहीं गया है, लेकिन बड़े पेड़ों की जड़ों को इस तरह खोखला कर दिया गया है, ताकि वे खुद ही गिर जाएं। यदि कोई पेड़ गिर जाए तो उससे जन हानि भी हो सकती है, इस तरफ किसी का ध्यान नहीं है।

सड़क चौड़ी, पार्किंग नहीं
इस रोड के चौड़ीकरण में एक रोड़ा पार्किंग का भी सामने आने वाला है। पूरी सड़क पर दोनों तरफ दुकानें बन गई हैं या बन रही हैं। अब तक रोड के दोनों तरफ तीन-तीन फीट की जगह थी तो इन दुकानों के कस्टमर यहीं अपने व्हीकल पार्क करते थे, लेकिन अब दोनों तरफ की तीन-तीन फीट जगह रोड में शामिल की जा रही है। ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि इन दुकानों में आने वाले कस्टमर्स अपने व्हीकल कहां पार्क करेंगे। जाहिर है रोड चौड़ी होने के बावजूद दोनों तरफ वाहन पार्क होंगे और रोड चौड़ी होने के बावजूद यहां से गुजरने वाले वाहन चालकों को इसका कोई फायदा नहीं मिलेगा।