फोटो.28 से 30-

- सफाई के लिए करोड़ों का ठेका देने के बाद भी नहीं हो रही सफाई

- गंदगी के कारण यात्रियों एवं स्थानीय लोगों को हो रही परेशानी

HARIDWAR: अ‌र्द्धकुंभ में करोड़ों का ठेका दिए जाने के बाद भी मेला क्षेत्र में साफ सफाई नहीं हो पा रही है। हरिद्वार में जगह-जगह गंदगी का अंबार लगा हुआ है। गंदगी के कारण अ‌र्द्धकुंभ को हरिद्वार आए यात्रियों के साथ ही स्थानीय लोगों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। लापरवाही के चलते नगर निगम कर्मचारी वार्डो में जाकर सफाई तक नहीं कर रहे हैं। जिससे कई स्थानों पर गंदगी फैली हुई है। जबकि नालियां चोक होने के कारण पानी की निकासी नहीं हो पा रही है।

वार्डो में फैली हुई है गंदगी

अ‌र्द्धकुंभ मेला प्रशासन ने मेला क्षेत्र की सफाई व्यवस्था की जिम्मेदारी नगर निगम, सुलभ इंटरनेशनल एवं गंगा स्पर्श इंफ्रास्ट्रक्चर्स डवलपर्स को दी है। लेकिन, इसके बाद भी वार्डों में गंदगी फैली हुई है। उत्तरी हरिद्वार में सफाई व्यवस्था के लिए सुलभ इंटरनेशनल कंपनी, जबकि कनखल क्षेत्र में सफाई की जिम्मेदारी गंगा स्पर्श डपवलपर्स संभाल रही है। वहीं, मायापुर क्षेत्र में नगर निगम को साफ सफाई की जिम्मेदारी सौंपी गई है। मेला क्षेत्र में बेहतर सफाई व्यवस्था हो, इसके लिए मेला प्रशासन ने करीब ग्यारह करोड़ का बजट तीनों संस्थाओं को आवंटित किया था, लेकिन मेला प्रशासन की योजना सफल नहीं हो सकी है।

नालियों की नहीं हो रही सफाई

करोड़ों खर्च के बाद भी क्षेत्र में जगह-जगह गंदगी का अंबार लगा है। कूड़ा भी दोपहर दो बजे बाद ही उठ रहा है। नालों की सफाई नहीं हो रही है। जबकि, प्लास्टिक, कूड़े और कपड़ों से नाला अटा पड़ा हुआ है। नालियां चोक होने के कारण मक्खी-मच्छरों से बीमारियों का डर लोगों को सताने में लगा हुआ है। मेला प्रशासन ने नगर निगम के सफाई कर्मचारियों को हटा दिया है। इसके चलते नगर निगम के कर्मचारी खाली बैठे हुए हैं। नगर निगम कर्मचारियों द्वारा मायापुर क्षेत्र में नालियों को साफ नहीं किया जा रहा हैं। पार्षद लखनलाल चौहान व पार्षद लक्ष्मी देवी ने बताया कि एक-एक महीने तक नालियां साफ नहीं हो पा रही है। सफाई नायक वार्डों में निरीक्षण तक नहीं कर रहे हैं।

आफिशियल स्टेंड

रोजाना साफ-सफाई का सेक्टर मजिस्ट्रेट व सेनेटरी इंस्पेक्टर निरीक्षण करते हैं। उनके द्वारा रिपोर्ट भी भेजी जाती है। जहां कमी है, वहां सुधार किया जाएगा।

एसए मुरुगेशन, मेलाधिकारी