DEHRADUN: जौलीग्रांट एयरपोर्ट विस्तारीकरण के लिए करीब दस हजार पेड़ों के काटे जाने को लेकर पर्यावरण प्रेमियों व विभिन्न सामाजिक संगठनों ने एयरपोर्ट मार्ग पर धरना प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने सरकार से पेड़ों को न काटने की अपील की।

वन्यजीवों के लिए संकट

रविवार को मे¨कग अ डिफरेंस बाय बींग द डिफरेंस (मैड) ने प्रस्तावित एयरपोर्ट विस्तार परियोजना पर विरोध जताया। प्रदर्शन करने वाली संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने कहा कि जौलीग्रांट एयरपोर्ट विस्तार परियोजना पर्यावरण की दृष्टि से हानिकारक है। इससे वन्यजीवों के साथ परिवारों के लिए भी संकट है। हालांकि, पर्यावरण एवं वन मंत्रालय केंद्र सरकार ने राज्य सरकार को इस परियोजना के लिए दूसरे विकल्प खोजने की सलाह दी है, यह एक सरहानीय कदम है। फिर भी जब तक राज्य सरकार यह परियोजना पूर्ण रूप से निरस्त नहीं कर देती है, तब तक संस्था आंदोलन जारी रखेगी। स्टूडेंट्स ने पोस्टर व जन गीतों के माध्यम से भी पेड़ों को काटे जाने का विरोध जताया।