देहरादून, 31 जुलाई (ब्यूरो)। करीब 6 सालों से दून में मेट्रो की तलाशी जा रही संभावनाएं अब पीएम नरेंद्र मोदी तक पहुंच गई हैं। ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि केंद्र की मेहरबानी रही तो आने वाले दिनों में दून में नियो मेट्रो के सपनों को पंख लग सकते हैं। मंडे को सीएम पुष्कर सिंह धामी ने पीएम से मुलाकात की। सीएम ने कहा, दून में सड़कों पर ट्रांसपोर्टेशन के प्रेशर को मॉडर्न व ग्रीन मास रैपिड ट्रांजिट प्रणाली से कम करने व जनमानस को सेफ ट्रैफिक की सुविधा उपलब्ध कराये जाने को देखते हुए दून मेट्रो नियो प्रोजेक्ट प्रस्तावित है। डिटेल टेक्निकल स्टडी के बाद प्रोजेक्ट की डीपीआर केंद्र सरकार के पास अनुमोदन के लिए भेजी गई है। सीएम ने पीएम से प्रोजेक्ट को अनुमोदन देने का आग्रह किया।

2 कॉरिडोर की लंबाई 22.42 किमी
नई दिल्ली में मुलाकात के दौरान सीएम ने पीएम का उत्तराखंड के विकास में उनके मार्गदर्शन और सहयोग के लिए आभार जताया। इस दौरान सीएम ने पीएम को स्थानीय भांग के रेशे की शॉल, बेडू के प्रोडक्ट व नंदादेवी राजजात की परंपरागत वाद्ययंत्रों ढोल, दमाऊं, रंणसिंघा युक्त प्रतिकृति भी भेंट की। सीएम ने कहा कि दून में नियो मेट्रो की डीपीआर केंद्रीय आवास एवं शहरी विकास मंत्रालय को भेजी जा चुकी है। इस डीपीआर के तहत दो कॉरिडोर शामिल हैं। जिनकी कुल लंबाई 22.424 किमी और लागत 1852.74 करोड़ रुपए है। सीएम ने प्रधानमंत्री से प्रोजेक्ट के प्रस्ताव पर अनुमोदन प्रदान किए जाने का अनुरोध किया।

सौंग डैम पर पीएम ने दिया भरोसा
सीएम ने पीएम से सौंग डैम के निर्माण की भी स्वीकृति का भी अनुरोध किया। बताया कि इस डैम के निर्माण से दून सिटी की 2050 तक की पेयजल समस्या का समाधान होगा। बताया, पीएम ने सौंग बांध के लिए आवश्यक धनराशि स्वीकृत किए जाने के प्रति भरोसा दिया है। सीएम ने पीएम से इस वर्ष दिसंबर में प्रदेश में प्रस्तावित ग्लोबल इनवेस्टर समिट में भी प्रतिभाग करने का अनुरोध किया।

टनल से जुड़े चमोली-पिथौरागढ़
सीएम धामी ने पीएम के साथ भेंट में भारत-चीन सीमा में पिथौरागढ़ के जौलिकांग आईटीबीपी पोस्ट को चमोली जिले के लप्थल की पोस्ट से जोडऩे के लिए टनल मार्गों को बनाने का अनुरोध किया। कहा, टनल बनने से दोनों पोस्ट की दूरी 404 किमी कम हो जाएगी। ऐसा हुआ तो सामरिक सुरक्षा के साथ पर्यटन में भी चार चांद लग सकेंगे।

राजमार्गों को स्वीकृति का अनुरोध
करीब तीन घंटे पीएमओ में रहे सीएम ने पीएम से राज्य के चहुंमुखी विकास के लिए आवश्यक मार्गों व राजमार्गों को स्वीकृति देने का अनुरोध किया। सीएम ने पीएम से कहा कि पर्यटकों की संख्या बढऩे से यातायात का दबाव बढ़ रहा है। राज्य मार्गों को उच्चीकृत करना आवश्यक है। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने वर्ष 2016 में ही 6 मार्गों को राष्ट्रीय राजमार्गों के रूप में उच्चीकृत करने को सैद्धांतिक सहमति दी गई। इसके अतिरिक्त 189 किमी के काठगोदाम-भीमताल ध्यानाचुली-मोरनोला-खेतीखान लोहाघाट-पंचेश्वर मोटर मार्ग को राष्ट्रीय राजमार्ग के रूप में अधिसूचित किया जाए।
मानसखंड प्रोजेक्ट को मिले सहायता
सीएम ने कहा कि भारत-नेपाल सीमा पर टनकपुर से पिथौरागढ़ तक दो लेन मार्ग का निर्माण चारधाम परियोजना के तहत निर्मित है। पिथौरागढ़ से लिपुलेख और गुंजी गांव से जौङ्क्षलगकांग तक के भाग को बीआरओ ने निर्मित कर लिया है। कहा, मानसखंड में स्थित पौराणिक मंदिरों में श्रद्धालुओं की बढ़ती भीड़ के ²ष्टिगत पहले चरण में 16 मंदिरों के समग्र विकास का कार्य किया जा रहा है। इसके लिए पहले से निर्मित एक लेन की सड़कों को दो लेन किया जा रहा है। राज्य सरकार भूमि अधिग्रहण, वनभूमि हस्तांतरण की कार्यवाही अपने संसाधनों से कर रही है। फस्र्ट फेज में निर्माण कार्यों के लिए 1000 करोड़ की राशि की आवश्यकता होगी। यह राशि केंद्र सरकार से उपलब्ध कराने का समर्थन उन्होंने किया।
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