- मेघनाथ व कुंभकर्ण के पुतले भी किए खाक

- परेंड ग्राउंड में हुआ दशहरे का मुख्य आयोजन

- झंडा तालाब में जली सोने की लंका

DEHRADUN: अहंकारी रावण एक बार फिर आग की लपटों में घिर कर धराशायी हो गया। रावण के साथ ही कुंभकर्ण और मेघनाद भी खाक हो गए। राजधानी में कई जगह दशहरा धूमधाम से मना। मुख्य दशहरा समारोह परेड ग्राउंड में आयोजित हुआ, जहां बन्नू बिरादरी ने लगातार 70वें साल रावण का पुतला फूंका। इस मौके पर बतौर चीफ गेस्ट सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत मौजूद रहे।

रावण की लंबाई, कुंभकर्ण की तोंद लंबी

परेड ग्राउंड में पिछले सालों के ट्रेंड से इतर इस बार दशहरा आयोजन को लेकर तब्दीलियां की गईं। हर साल रावण के दो हाथ हुआ करते थे, इस बार रावण के बीस हाथ बनाए गए थे। कुंभकर्ण की तोंद इस बार ज्यादा बड़ी थी और रावण के पुतले की लंबाई भी म्0 से बढ़ाकर म्ख् फीट की गई थी।

झंडा तालाब में जली लंका

सहारनपुर चौक स्थित झंडा तालाब में रामलीला कला समिति की ओर से रामलीला मंचन किया गया। तालाब में दो मंजिला सोने की लंका बनाई गई, जिसे हनुमान ने खाक कर दिया।

पटेल नगर में भी मना दशहरा

सेवाकुंज समिति स्टार क्लब की ओर से पटेल नगर में ख्0वां दशहरा मनाया गया। इस मौके पर जबरदस्त आतिशबाजी के साथ रावण का पुतला फूंका गया। इस अवसर पर मेयर विनोद चमोली चीफ गेस्ट रहे।