- नेहरू कॉलोनी में डस्टबिन का किया गया इंस्टॉलेशन

शहर में लगने हैं 80 डस्टबिन्स

DEHRADUN:

लंबे समय से शहर में कूड़े की समस्या का अब स्थाई हल हो जाएगा। विदेशों की तर्ज पर बनने वाले अंडर ग्राउंड डस्टबिन के इंस्टॉलेशन का काम शनिवार को नेहरू कॉलोनी स्थित एलआईसी बिल्डिंग के सामने शुरू कर दी गई हैं। इस दौरान मेयर विनोद चमोली ने बताया कि शहर में 80 डस्टबिन लगने हैं जो कि अब एक के बाद एक इंस्टॉल होंगे। इन डस्टबिन से कूड़ा सफाई की व्यवस्था पटरी पर अा जाएगी।

80 से ज्यादा लगेंगे डस्टबिन

शनिवार को मेयर विनोद चमोली ने इसका विधिवत उद्घाटन किया। प्रदेश में देहरादून दूसरा शहर है जहां अंडरग्राउंड डस्टबिन लगाए जा रहे हैं। इससे पहले हल्द्वानी में 9 डस्टबिन लगे हैं। राजधानी में 80 से ज्यादा स्थानों पर अंडरग्राउंड डस्टबिन्स लगाने का निर्णय लिया है। इसके लिए सर्वे पहले ही पूरा हो चुका है। पहले फेज में 80 स्थानों पर ये डस्टबिन्स लगाए जाने हैं।

तीन क्यूबिक मीटर तक की क्षमता

अंडरग्राउंड डस्टबिन्स शहर के उन इलाकों में लगाए जाने हैं जहां घनी आबादी है। नगर निगम के अनुसार शहर में तीन टाइप के अंडरग्राउंड डस्टबिन्स लगाए जाने हैं। इनकी क्षमता ख्.भ्, फ् और क्.भ् क्यूबिक मीटर रहेगी। पूरे शहर में इनके इंस्टालेशन पर करीब ख्-फ् महीने का समय लग जाएगा। लेकिन अंडरग्राउंड डस्टबिन्स से काफी सहूलियत होगी और शहर में कूड़ा भी फैला हुआ नहीं दिखाई देगा।

विदेश से अाए डस्टबिन

मेयर विनोद चमोली ने बताया कि शहर में लगाने के लिए अंडरग्राउंड डस्टबिन्स नीदरलैंड स्थित रोटनिडम शहर से दून पंहुचे हैं। स्पेशल मैटेरियल से बने इन डस्टबिन्स को खुद कंपनी ने यहां एसेंबल किया है। भारत के चुनिंदा शहरों में फिलहाल ये अंडरग्राउंड डस्टबिन लगाए गए हैं, जिनमें हल्द्वानी और देहरादून भी शामिल है। मेयर ने बताया कि शहर में अब खुले में कूड़ा फैलने की समस्या से निजात मिल सकेगी।

क नजर में

- 80 अंडरग्राउंड डस्टबिन्स लगेंगे पूरे शहर में

- फ् करोड़ से ज्यादा का है इन डस्टबिन्स का बजट

- म्0 वार्डो में लगेंगे अंडरग्राउंड डस्टबिन्स

- फ् किस्म के हैं ये डस्टबिन्स

- ख् महीने में इंस्टॉल हो जाएंगे सभी डस्टबिन्स