- इलेक्ट्रिक बस खरी नहीं उतर पा रही कंपनी के दावों पर

- चार्जिग के बाद 180 किमी चलने का है दावा, चल रही 100 किमी

- हर रोज मिनिमम 100 किमी का पेमेंट करने की है शर्त

देहरादून,

दून की सड़कों पर इलेक्ट्रिक सिटी बसें चलाना फिलहाल देहरादून स्मार्ट सिटी लिमिटेड को दो तरफा घाटे का सौदा साबित हो रहा है। एक ओर जहां 5 दिन बाद भी इन बसों को बहुत कम पैसेंजर मिल रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ कंपनी की ओर से जो दावे किये गये थे, उन पर ये बसें खरी नहीं उतर रही हैं। खासकर चार्जिग टाइम कंपनी के दावे से काफी कम बताया जा रहा है।

100 किमी चल पा रही बस

जब डीएससीएल ने इन बसों का ऑर्डर किया था तो कंपनी ने दावा किया था कि बस एक बार चार्ज करने के बाद 180 किमी तक चलती है। इस दावे के बाद कंपनी को एक बस का हर दिन मिनिमम 180 किमी का रेंट देने का समझौता किया गया था। लेकिन, बसें नियमित रूप से चलने लगी तो पता चला कि एक बार चार्ज करने के बाद ये 90 से 100 किमी ही चल पा रही हैं।

ऐसे होगा नुकसान

यदि बस एक बार चार्ज करने के बाद 100 किमी चलती है तो इसके बाद बस को चार्जिग के लिए भेजना पड़ेगा। चार्जिग का टाइम कम से कम 6 घंटे है। यानी कि एक बस एक दिन में 100 किमी ही चल पाएगी और रेंट 180 किमी का देना होगा। ऐसे में बस घाटे का सौदा साबित हो सकती है। हालांकि डीएससीएल के अधिकारी कहते हैं कि फिलहाल कोई परेशानी नहीं है।

पैसेंजर्स की अब भी कमी

इलेक्ट्रिक बसेज में पैसेंजर्स की अब भी काफी कमी है। ज्यादातर बसें दो-चार पैसेंजर्स की साथ ही रन कर रही हैं। ई-बस सर्विस 21 फरवरी को शुरू हुई थी। 25 फरवरी तक डीएससीएल ने 2182 पैसेंजर्स के यात्रा करने की बात कही है। यानी हर रोज 436 पैसेंजर्स ने सिटी बस से सफर किया।

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कंपनी के फीचर्स के अनुसार एक बार चार्ज करने के बाद बस 150 किमी चलेगी। इसके अलावा यह भी माना जा रहा है कि 30 किमी तक की पावर रिजेनरेशन भी होगी। हालांकि रिजेनरेशन कम अथवा ज्यादा भी हो सकता है। इस हिसाब से बस को चलाना किसी तरह से घाटे का सौदा नहीं है। हमें उम्मीद है कि आने वाले दिनों में पैसेंजर्स की संख्या बढ़ेगी।

सूर्या कोटनाला, नोडल अधिकारी

ई-बस, डीएससीएल