चीनी एवं गन्ना विभाग और यूजेवीएनएल के अधिकारियों की चल रही है बातचीत

-योजना को मुहूर्त रूप देने के लिए की जा रही है प्लानिंग

DEHRADUN: ऊर्जा प्रदेश उत्तराखंड में आने वाले दिनों में चीनी मिलें भी बिजली उत्पादन क्षेत्र से जुड़ेंगी। इसके लिए चीनी एवं गन्ना विभाग के अधिकारियों के साथ उत्तराखंड जल विद्युत निगम लिमिटेड के अधिकारियों की बात चल रही है। योजना के शुरू होते ही प्रदेश को पहले से बेहतर बिजली उत्पादन मिलेगा। इस प्रक्रिया से चीनी मिलों की भी आर्थिकी सुधरेगी। इसके तहत यूजेवीएनल बाजपुर व नादेई चीनी मिलों को देखा जा रहा है। इससे पहले भी चीनी एवं गन्ना विभाग ने पीपीपी मोड पर ऊर्जा उत्पादन किए जाने पर विचार किया था। लेकिन अब इसे यूजेवीएनएल के साथ बातचीत चल रही है। जल विद्युत निगम के अधिकारी इसके लिए बाकायदा प्लानिंग भी तैयार कर चुके हैं। इसके तहत बाजपुर चीनी मिल में क्म्0 करोड़ रुपए की लागत से ख्ख् मेगावाट का ऊर्जा प्लांट और नादेई में क्फ्0 करोड़ रुपए की लागत से क्म् मेगावाट का ऊर्जा प्लांट लगाने के लिए प्रस्ताव तैयार किया गया है। इसके लिए यूजेवीएनल इन मिलों में आधुनिक मशीनें लगाएगा। इससे न केवल चीनी की गुणवत्ता सुधरेगी बल्कि विद्युत उत्पादन के लक्ष्य को भी प्राप्त किया जा सकेगा। यूजेवीएनल की योजना पेराई सत्र के अलावा भी इन मिलों से ऊर्जा उत्पादन की है ताकि उसे भी इससे फायदा मिल सके।

वहीं इस संबंध में अपर सचिव गन्ना एवं चीनी विकास प्रदीप रावत ने कहा कि इसके लिए यूजेवीएनल से बातचीत चल रही है। अभी इसके लिए नियम व शर्ते तय की जायेंगी।