तलाश रहे है सुरक्षित सीट, यमकेश्वर से लड़ने की जताई इच्छा

-विजया बड़थ्वाल बोलीं, बड़े हरक को लड़ना चाहिए बड़े नेता के खिलाफ

-पार्टी ने कहा, टिकट के बारे में अभी से बयानबाजी क्यों?

देहरादून, विधानसभा चुनाव में टिकटों को लेकर एक तरफ बीजेपी अभी सर्वे कर रही है और दूसरी तरफ कांग्रेस से बगावत कर बीजेपी में शामिल हुए हरक सिंह रावत को अपनी सीट फाइनल करने की जल्दबाजी है। हरक सिंह रावत ने इच्छा जाहिर की है कि वे यमकेश्वर से चुनाव लड़ना चाहते हैं। यमकेश्वर से बीजेपी की विधायक वर्तमान में विजया बड़थ्वाल हैं और वो लगातार तीन बार से चुनाव जीतती आई हैं। हरक सिंह के यमकेश्वर सीट पर दावा ठोंकने से विजया बड़थ्वाल की भौहें तो तन ही गई हैं, प्रदेश बीजेपी के बड़े नेता भी कह रहे हैं कि अभी टिकट को लेकर किसी को कुछ बोलने का हक नहीं है। हरक सिंह की यमकेश्वर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने की इच्छा जताने के बाद राजनीतिक गलियारों में यही चर्चा है कि वे अपने लिए सुरक्षित सीट तलाश रहे हैं यानि वे नहीं चाहते कि 2017 में ऐसी सीट से ताल ठोकी जाए जहां कांग्रेस का कोई कद्दावर नेता मैदान में न हो। वे बीजेपी की पारंपरिक सीट से ही लड़ना चाहते हैं ताकि आसानी से विधानसभा पहुंच सकें।

बीजेपी में मचा हल्ला

भाजपा नेता हरक सिंह रावत की यमकेश्वर सीट से दावेदारी को लेकर भाजपा के माथे पर बल दे दिया है। उन्होंने मीडिया के सामने यमकेश्वर सीट से अपनी दावेदारी की इच्छा जताई तो भाजपा में ही अंदरखाने हो-हल्ला मच गया है। हालांकि हरक की दावेदारी के बाद पार्टी ने भी मंशा साफ कर दी है। कहा है कि बेशक किसी भी नेता को दावेदारी करने का अधिकार है, लेकिन कौन किस सीट से लड़ेगा, इसका आखिरी फैसला हाईकमान ही करेगा।

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यमकेश्वर से मिलेगा टिकट?

यमकेश्वर सीट को बीजेपी का गढ़ माना जाता है। तीन बार से बीजेपी की विजया बड़थ्वाल यहां से विधानसभा पहुंचती रही हैं। राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि विजया बड़थ्वाल को किनारे कर किसी और को टिकट देना बीजेपी के लिए ही भारी पड़ेगा। विजया बड़थ्वाल पार्टी का महिला चेहरा हैं और साथ में ब्राह्मण कोटे की भी।

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कांग्रेस में भी उठे थे सवाल

हाल ही में रावत मंत्रिमंडल विस्तार के वक्त गढ़वाल से ब्राह्मण चेहरे को शामिल न करने पर खूब सवाल उठे थे। खासकर पौड़ी गढ़वाल से ब्राह्मण चेहरे को शामिल न किए जाने को लेकर पार्टी के अंदर विरोध के सुर उठे थे। बीजेपी ऐसे में इन समीकरणों को लेकर फेल नहीं होना चाहेगी।

::वर्जन:::

विधायक विजया बड़थ्वाल हमारी दीदी हैं। पूरा भरोसा है कि वे यमकेश्वर से मेरा पूरा साथ देंगी। बाकी पार्टी पर निर्भर है कि वह कहां से टिकट फाइनल करती है।

डॉ। हरक सिंह रावत, पूर्व मंत्री व भाजपा नेता।

हरक सिंह बड़े नेता हैं। उनको किसी बड़े नेता के खिलाफ ही चुनाव लड़ना चाहिए। फिलहाल पार्टी टिकट पर आखिरी फैसला लेगी। लेकिन मैं उनके बयान को गंभीरता से नहीं लेती हूं।

विजया बड़थ्वाल, भाजपा विधायक यमकेश्वर।

टिकट को लेकर ऐसा कोई नहीं कह सकता है। इसका फैसला पार्टी फोरम पर ही होगा। सर्वे के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं की राय और प्रदेश व केंद्र ही इस पर आखिरी फैसला लेंगे।

प्रकाश पंत, प्रदेश महामंत्री, भाजपा।