-यूपीसीएल के एमडी एसएस यादव को दिया 3 महीने का एक्सटेंशन

- यूजेवीएनएल के एमडी एसएन वर्मा को पिटकुल का अतिरिक्त चार्ज

DEHRADUN: विवादों में चल रहे यूपीसीएल के प्रबंध निदेशक एसएस यादव को प्रदेश सरकार ने फिर से फ् महीने का एक्सटेंशन दे दिया है। साथ ही झारखंड के एक हाईडिल मरम्मत घोटाले में फंसे जलविद्युत निगम के एमडी एसएन वर्मा को पावर ट्रांसमिशन कॉरपोरेशन (पिटकुल) के प्रबंध निदेशक की अतिरिक्त जिम्मेदारी सौंपी है। इसके लिए प्रमुख सचिव ऊर्जा डॉ। उमाकांत पंवार आदेश जारी किए हैं।

मलाईदार पदों पर हैं दोनों अधिकारी

स्टेट के बिजली निगमों में मलाईदार पदों पर बैठे दोनों अधिकारी कई विवादों को लेकर सुर्खियों में रहे हैं। ख्फ् फरवरी, ख्0क्फ् को एसएस यादव पिटकुल के प्रबंध निदेशक पद पर नियुक्त हुए थे। सितंबर, ख्0क्फ् में उन्हें ऊर्जा निगम का भी चार्ज दे दिया गया। क्फ् मई, ख्0क्ब् में उन्हें यूपीसीएल का एमडी बनाते हुए पिटकुल का भी चार्ज दे दिया। यादव का कार्यकाल म् माह पहले ही पूरा हो गया था, मगर सरकार ने उन्हें म् माह का एक्सटेंशन दे दिया। यादव पहली बार हरियाणा बिजली निगम से पेंशन व उत्तराखंड से वेतन का दोहरा वित्तीय लाभ लेने के आरोप में चर्चा में आए थे। इसके बाद ट्रांसफार्मर खरीद में गड़बड़ी व एक स्टिंग ऑपरेशन को लेकर भी वह सुर्खियों में रहे। उक्त कथित स्टिंग सीडी में वह नोटों के बंडल लेते हुए दिखाई दे रहे थे। साथ ही, विपक्ष भाजपा के भी लगातार निशाने पर रहे। ख्भ् जुलाई को म् माह के सेवा विस्तार की अवधि खत्म होने से ऐन पहले शनिवार को सरकार ने फ् माह के लिए फिर से उनकी ताजपोशी ऊर्जा निगम के प्रबंध निदेशक पद पर कर दी। जबकि उत्तराखंड जलविद्युत निगम के प्रबंध निदेशक एसएन वर्मा भी झारखंड बिजली बोर्ड में हुए सिकिदरी हाईडिल मरम्मत घोटाले को लेकर विवादों में रहे। उनके विरुद्ध एंटी करप्शन ब्यूरो की ओर से भ्रष्टाचार का मुकदमा भी दर्ज किया गया था।