- बरसात में शहर में जगह-जगह पर जानलेवा बनी स्ट्रीट लाइटें, लोग खौफजदा
- हादसों का कारण बन सकती हैं सड़क पर खुली पड़ी बिजली तारें, लापरवाह बने हैं विभाग

देहरादून (ब्यूरो): ध्यान देने वाली बात यह है कि बिजली की नंगी तारें एक-दो जगह नहीं, बल्कि शहर में तमाम जगहों पर हैं। सड़कों से लेकर आम रास्तों पर तारें खुली तारें देखी जा सकती है, जो बरसात में किसी की भी जान ले सकती है। स्ट्रीट लाइट्स का जिम्मा एमडीडीए और नगर निगम के पास है। ये दोनों विभाग इस खतरे के प्रति लापरवाह बने हैं। क्या विभाग तब चेतेंगे, जब करंट लगने से किसी की जान चली जाएगी। इसको लेकर पब्लिक में खास आक्रोश है।

आढ़त बाजार से लेकर जाखन तक मौत के पोल
शहर के आढ़त बाजार से लेकर राजपुर रोड पर जाखन तक मौत के पोल खड़े हैं। ये पोल कभी भी हादसे को अंजाम दे सकते हैं। आढ़त बाजार में फुटपाथ पर लगे बिजली पोल पर मीटर जमीन पर लगाया गया है। बिजली मीटर की तार जमीन पर लटक रही है। तार का मुंह नंगा है, जिसकी चपेट में आने से मौत निश्चित है। जाखन में एमडीडीए पार्क की लाइट गाबय है। बिजली के बार सड़क पर नंगे खड़े हैं। फुटपाथ पर बिजली की लाइन खुली पड़ी है, जो मौत को दावत दे रही है। यह तो केवल बानगी भर है। शहर में इस तरह मौत के सामान बिखरा पड़ा है। दिलाराम में बिजली की तारें सड़क पर बिखरी पड़ी है, ट्रैफिक को भी अवरुद्ध कर रहा है।

क्या हादसे का इंतजार रहा विभाग
बीते रोज दिल्ली में सड़क पर चलती एक महिला को करंट लग गया। वजह सड़क पर लगे स्ट्रीट पोल से लटकी बिजली की तार थी। जलभराव के चलते पानी में करंट आ गया और महिला इसकी चपेट में आ गई। इसके बाद प्रशासन जागा और सड़क पर खुली पड़ी बिजली की तारों को दुरुस्त करने का काम शुरू कर दिया। अफसर तब चेते जब महिला की जान चले गई। समय रहते बरसात से पहले तार ठीक की जाती, तो महिला की जान न जाती। यही हाल दून का भी है। यहां भी अफसर शायद किसी की मौत का इंतजार कर रहे हैं। शायद दिल्ली की तरह दून भी तभी जागेगा।

सिटी में हैं 29 हजार स्ट्रीट लाइट
दून में तकरीबन 29 हजार स्ट्रीट लाइटें हैं। स्ट्रीट लाइटों का अधिकांश रखरखाव नगर निगम के पास है। कुछ स्ट्रीट लाइटों का जिम्मा एमडीडीए के पास भी भी है। कहीं स्ट्रीट लाइटों की तारें सड़क पर खुली पड़ी है, तो कहीं पोल से ढक्कन टूटे हुए हैं ओर तारें नंगी हैं। बरसात में संपर्क में आने से इनसे करंट लगने का खतरा बढ़ जाता है, लेकिन इस ओर दोनों ही विभाग लापरवाह बने हुए हैं। ये काम बरसात से पूर्व हो जाना चाहिए था, लेकिन इस ओर ध्यान ही नहीं दिया गया, जिससे ये पोल जानलेवा साबित हो सकते हैं।

सड़कों पर बिजली की नंगी तारें जानलेवा साबित हो सकती है। इस पर नगर निगम को विशेष ध्यान देना चाहिए, क्योंकि शहर की जिम्मेदारी नगर निगम के पास है। इस पर त्वरित कार्रवाई की जानी चाहिए।
अमित कुमार

बिजली के मामले में लापरवाही किसी भी स्तर पर नहीं की जानी चाहिए। ये मामला गंभीर है। इससे किसी को भी बेवजह जान गंवानी पड़ सकती है। सरकार को इस पर तत्काल एक्शन लेना चाहिए।
गौतम कुमार

यदि ऐसा है तो यह गंभीर मामला है। हालांकि ऐसी कोई जानकारी मेरे संज्ञान में नहीं है। यदि नगर निगम के अंडर आने वाली स्ट्रीट लाइटों में इस तरह की शिकायतें हैं, तो उसे जल्द ठीक करा लिया जाएगा।
मनुज गोयल, नगर आयुक्त

राजपुर रोड में पार्क की लाइट खुली पड़ है, तो यह गंभीर मामला है। इसे शीघ्र दुरूस्त किया जाएगा। इसके अलावा एमडीडीए की स्ट्रीट लाइट््स में बिजली तार खुली पड़ी है, तो इसकी भी पड़ताल कर तारों को ठीक कराया जाएगा।
मोहन सिंह बर्निया, सचिव, एमडीडीए
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