- एक साल में पकड़ी 2.50 करोड़ की बिजली चोरी
- ऊर्जा निगम की फील्ड और विजिलेंस टीम ने लिया एक्शन

देहरादून (ब्यूरो): इन सभी लोगों के खिलाफ कार्रवाई कर एफआईआर दर्ज की गई है। ऊर्जा निगम की फील्ड टीम ने शिकायत पर 16180 उपभोक्ताओं के कनेक्शन चेक किए, जिसमें से 3830 कनेक्शनों में मीटर में छेड़छाड़ और कटिया डालकर बिजली चोरी पकड़ी गई। इन सभी बिजली चोरों के खिलाफ बिजली चोरी की धरा 135 के तहत विभिन्न पुलिस थाना-चौकिंयों में मुकदमें दर्ज कराए गए हैं। फील्ड टीम ने 2.37 करोड़ रुपये की बिजली चोरी पकड़ी है, जबकि ऊर्जा निगम की विजिलेंस टीम ने 13 लाख रुपये की बिजली चोरी के मामले पकड़ कर कार्रवाई की है।

गढ़वाल में 2169, कुमाऊं में 803 मामले पकड़े
ऊर्जा निगम की विजिलेंस पिछले अप्रैल से इस अप्रैल तक एक साल की अवधि में बिजली चोरी की 4143 शिकायतों पर छापेमार कार्रवाई की, जिसमें से 2972 मामलों में बिजली चोरी पकड़ी गई। इसमें से गढ़वाल में 2169 और कुमाऊं के 803 मामले शामिल हैं। गढ़वाल में पकड़ी गई चोरी का आधे से अधिक मामले हरिद्वार जिले के हैं। मैदानी जिलों में करोड़ों की बिजली चोरी पकड़ी गई है, जिससे ऊर्जा निगम को हर माह करोड़ों रुपए का राजस्व नुकसान हो रहा है।

बिजली चोरी में हरिद्वार टॉप पर
बिजली चोरी में सबसे शीर्ष पर हरिद्वार जिला है। गढ़वाल में पकड़ी गई चोरी का करीब 80 प्रतिशत से अधिक मामले हरिद्वार जिले के हैं। हरिद्वार जिले के इंडस्ट्रियल और ग्रामीण क्षेत्रों में लगातार बिजली चोरी के मामले पकड़े जा रहे हैं। बिजली चोरी को लेकर हरिद्वार हमेशा सुर्खियों में रहता है। मार्च में भी बकाया के साथ बिजली चोरी के कई बड़े मामले पकड़े गए हैं।

पिछले एक साल में पकड़े गए बिजली चोरी के मामले
माह कुल मामले
अप्रैल 218
मई 330
जून 280
जुलाई 279
अगस्त 345
सितंबर 261
अक्टूबर 248
नवंबर 260
दिसंबर 190
जनवरी 221
फरवरी 231
मार्च 150

कटिया डाल फूंक रहे महंगी बिजली
ज्यादातर बिजली चोर कटिया डालकर बिजली चोरी कर रहे हैं। चोरी करने वाले हीटर से लेकर चक्की तक चला रहे हैं। कई मामलों में मीटर में छेड़छाड़ कर डायरेक्ट बिजली जलाते हुए पकड़े गए। उद्योगों में भी बड़ी स्तर पर बिजली चोरी की जा हरी है। यह अलग बात है कि उद्योगों की चोरी विभाग कम नजर आती है। पूर्व में हरिद्वार में सब स्टेशन से ही बिजली चोरी पकड़ी गई। हरिद्वार जिले के ग्रामीण क्षेत्रों के साथ ही बहादराबाद, इंडस्ट्रियल एरिया, रुड़की के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली चोरी के सर्वाधिक मामले हैं। सख्त कार्रवाई न होने से बिजली चोर बार-बार बिजली की चोरी करते पकड़े जा रहे हैं।

बिजली चोरों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जा रही है। डिविजन और खंड स्तर के अधिकारियों द्वारा बिजली चोरों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है। पिछले वर्षों की तुलना में इस वर्ष अधिक बिजली चोरी के मामले पकड़े गए हैं। यह कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।
अनिल कुमार, एमडी, ऊर्जा निगम
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