- अप्रैल से समूचे राज्य में नहीं हो रही है खाद्य सामग्रियों की सैंपलिंग

- रुद्रपुर स्थित खाद्य एवं औषधि प्रयोगशाला में फूड एनालिस्ट का पद खाली

DEHRADUN: समूचे प्रदेश में अप्रैल से मिलावटखोरों की मौज है। न खाद्य सामग्रियों की सैंपलिंग हो रही है और न राज्य की खाद्य एवं औषधि प्रयोगशाला में सैंपल लिए जा रहे हैं। हकीकत यह है कि राज्य का स्वास्थ्य महकमा भी चैन की नींद सोया हुआ है। स्वास्थ्य मंत्री दावा कर रहे हैं कि प्रदेश में सैंपलिंग कहीं भी बाधित नहीं है। यूपी व हिमाचल राज्यों से पहले की तर्ज पर जांच के लिए सैंपल भेजे जा रहे हैं।

खाली है फूड एनालिस्ट का पद

साल ख्0क्क् में जनपद उधमसिंहनगर के रुद्रपुर में राज्य खाद्य एवं औषधि प्रयोगशाला की स्थापना की गई थी। उससे पहले राज्य में लैब न होने के कारण पहले यूपी और फिर हिमाचल से समझौता हुआ था। लेकिन इन राज्यों ने भी सैंपलिंग ज्यादा होने के कारण सैंपल लेने से मना कर दिया था। इसके बाद प्रदेश सरकार ने अपनी लैब स्थापित की। लेकिन बमुश्किल लैब कर्मचारियों व अधिकारियों की नियुक्ति हो पाई तो अब इस बार अप्रैल से एक बार फिर फूड एनालिस्ट का पद खाली चल रहा है।

दून, हरिद्वार, उधमसिंहनगर व नैनीताल आगे

बताया जा रहा है कि खाद्य सुरक्षा विभाग को लगातार जरूरमंद फोन कर सैंपलिंग लेने के लिए कह रहे हैं। लेकिन विभाग कोरे आश्वासन देने के बाद मजबूरी में इतिश्री कर रहा है। हालांकि अभी फेस्टिव सीजन नहीं है, लेकिन देशभर में एक्ट लागू होने के बाद भी लैब सुनसान पड़ी हुई है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार सबसे ज्यादा फूड सैंपलिंग के मामले में देहरादून, हरिद्वार, उधमसिंहनगर व नैनीताल आगे रहते हैं। लेकिन तीन महीने बीत जाने के बाद भी सैंपलिग न होने से खाद्य सुरक्षा विभाग मायूस है। विभागीय सूत्र बताते हैं कि हिमाचल व उत्तर प्रदेश ने भी सैंपल लेने से पहले ही मना कर दिया है।

:::सेंपलिंग पर एक नजर:::

-राज्य के क्फ् जिलों से हर साल रुद्रपुर लैब में ख्फ्00 से अधिक सैंपल पहुंचते थे।

-सैंपल के मामले में सबसे आगे रहा दून

-अकेले ख्0क्फ् में राजधानी से करीब डेढ़ सौ सैंपल जांच के लिए गए थे।

-सैंपल के बाद लैब से नियमानुसार रिपोर्ट क्भ् दिनों में आ जाती है।

::वर्जन::

यह बात सच है कि रुद्रपुर लैब में फूड एनालिस्ट का पद रिक्त चल रहा है। जिसके लिए सरकार गंभीर है। लेकिन प्रदेश में सैंपलिंग बाधित नहीं है। हिमाचल व यूपी में अभी भी सैंपल भेजे जा रहे हैं।

सुरेंद्र सिंह नेगी, स्वास्थ्य मंत्री।