देहरादून (ब्यूरो) पुलिस में शिकायत कराने वाले शिकायतकर्ता के आरोप हैं कि अंशुल पठानिया ने स्टेडियम के प्रशासक के रूप में फर्जी मेल से बुङ्क्षकग की संस्तुति दे दी। बुङ्क्षकग के बाद उन्हें गायक, म्यूजिक की बुङ्क्षकग में लाखों रुपये की धनराशि का भुगतान कर दिया गया और टिकट बुङ्क्षकग भी शुरू कर दी। जबकि, आरोपी ने कुछ समय बाद बुङ्क्षकग कैंसिल कर दी। जिससे उन्हें काफी नुकसान हुआ। आरोपी ने बताया कि उनकी कंपनी का निर्णय है कि अन्य आयोजन में उन्हें अधिक आर्थिक रेवेन्यू प्राप्त हो रहा है और आपकी बुङ्क्षकग से हमें नुकसान हो रहा है।

1.77 लाख का भुगतान किया
शिकायतकर्ता के मुताबिक अंशुल पठानिया ने कहा कि अब आगे से नई संस्था ट्रिबर इंटरप्राइसेस प्राइवेट लिमिटेड की ओर से बुङ्क्षकग की जाएगी। जब उन्होंने कंपनी से संपर्क किया गया तो कंपनी की ओर से उन्हें फर्जी बुङ्क्षकग पत्र दिया गया। जबकि, इसके लिए उन्होंने ग्राउंड बुङ्क्षकग करने के लिए 1 लाख 77 हजार रुपये का अग्रिम भुगतान कर दिया।

संडे को गए, गेट से लौटा दिया
पंकज कपर्वाण के अनुसार भुगतान के बाद वह अपनी तैयारियों में जुट गए। उन्होंने कलाकार व साउंड का भी भुगतान कर दिया। आयोजन को लेकर जब वह संडे को स्टेडियम में गए तो उन्हें गेट के अंदर नहीं जाने दिया और वहां से वापस कर दिया गया। ऐसे में उन्हें लाखों रुपये का नुकसान हुआ है। एसएसपी अजय ङ्क्षसह ने बताया कि शिकायत के आधार पर आरोपी अंशुल पठानिया व ट्रिबर इंटरप्राइसेस लि। के प्रतिनिधि के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है।

पहले भी आया मामला
बीती 8 फरवरी को ही स्टेडियम में प्लेटिनम मेंबरशिप देने के लिए भी फ्रॉड कर करोड़ों ठगने का मामला सामने आया था। जिसकी पुलिस जांच कर रही है। आरोप थे कि यहां पूर्व में स्टेडियम का संचालन करने वाली कंपनी डायल के प्रतिनिधियों ने लोगों को ग्राउंड में बेहतर सुविधाएं देने के लिए प्रति व्यक्ति 5 से 6 लाख ठग लिए। जब पीडि़त सामने आया, तब मामला प्रकाश में आया। ये शिकायत ज्वालापुर डोईवाला निवासी सागर बोहरा ने की थी।

इन सुविधाओं का दिया था भरोसा
-इंटरनेशल मैचों में फ्री पास सुविधा
-मैच देखने के लिए अलग केबिन
-क्लब हाउस का लाभ
-आइस रिंक का लाभ
-स्विमिंग पूल की सुविधा
-फिटनेस सेंटर का लाभ

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