-महोत्सव के पहले दिन लोक कलाकारों की प्रस्तुतियों के साथ लोगों ने लोक व्यंजनों का लुत्फ उठाया

-सीएम बोले, दोबारा मौका मिला तो भांग उत्पादन को देंगे बढ़ावा

DEHRADUN: प्रदेश सरकार व धाद संस्था की ओर से आयोजित चार दिवसीय हरेला-घी संग्रांद महोत्सव की शुरुआत शनिवार से हो गया। रेंजर्स मैदान में शुरू हुए महोत्सव में रंगारंग कार्यक्रमों की झडि़यों में लोक कलाकारों ने झुमैलो गायन, झोड़ा और छपेली नृत्य की मनमोहक प्रस्तुतियां देकर पहाड़ की कला संस्कृति को जीवंत कर दिया।

हरेला रैली में बच्चों ने लिया भाग

सीएम हरीश रावत ने महोत्सव का इनॉगरेशन करने के साथ हरेला रैली को झंडी दिखाकर रवाना किया। रैली में मौजूद तमाम स्कूलों के बच्चों ने प्रतिभाग करते हुए द्रोणनगरी 'चप्पा-चप्पा हरा करेंगे, हरियाली से धरा भरेंगे' नारे लगाए। रैली बुद्धा चौक, गांधी पार्क, घंटाघर होते हुए वापस रेंजर्स मैदान पहुंची। इस दौरान संसदीय सचिव एवं विधायक राजकुमार, पूर्व विधायक जोत सिंह गुनसोला, धाद के अध्यक्ष हर्षमणि व्यास, फाउंडर लोकेश नवानी व सचिव तन्मय ममगाई के साथ कई अधिकारी भी मौजूद थे।

भांग उत्पादन में उत्तराखंड होगा फ‌र्स्ट

सीएम ने कहा कि जनता ने दोबारा मौका दिया तो ख्0क्8-क्9 तक उत्तराखंड भांग उत्पादन में अग्रणी राज्य होगा। वे महोत्सव के दौरान आयोजित कृषि एवं बागवानी गोष्ठी में बोल रहे थे। उनका कहना था कि भांग लोगों की आर्थिकी को मजबूत बनाया जा सकता है। यह भी कहा कि वर्तमान सरकार के पास कम वक्त है, लेकिन सरकार चकबंदी व्यवस्था जरूर करेगी।

जल संरक्षण पर जोर

सीएम ने जल संरक्षण पर जोर दिया। कहा, कॉलेज व पुल कम बनाने पड़े, लेकिन जल संचय व संरक्षण में कोई ढील नहीं दी जाएगी। इसीलिए जल संचय पर बोनस दिया जा रहा है। उन्होंने महोत्सव में तमाम संस्थाओं द्वारा लगाए गए स्टाल पर लोक व्यंजनों व खीरा का भी लुत्फ उठाया। महोत्सव में रविवार को सुबह बजे राइड फॉर हरेला (साइकिल रैली) रेंजर्स मैदान से शुरू होगी।