- विशेषज्ञों ने प्रदेश की कृषि और अर्थव्यवस्था बेहतर करने पर व्यक्त किए विचार

- पांच दिवसीय गर्वनर्स कॉन्क्लेव का राज्य में दूसरी बार किया जा रहा आयोजन

DEHRADUN: राजभवन में चल रही द्वितीय टॉपर्स कॉनक्लेव के दूसरे दिन जीबी पंत यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो। मंगला राय ने अन्य राज्यों के उदाहरण देते हुए स्टूडेंट्स को पर्वतीय क्षेत्रों में कृषि विकास और इसे अर्थव्यवस्था से जोड़ने के बारे में जानकारी दी। इस दौरान हेस्को के संस्थापक पदमश्री डा। अनिल जोशी ने ग्रामीण अर्थव्यवस्था और राज्य के विकास पर व्याख्यान दिया।

कृषि विकास पर हुई चर्चा

राजभवन में आयोजित पांच दिवसीय टॉपर्स कॉनक्लेव के दूसरे दिन 'पर्वतीय क्षेत्र में कृषि को लाभप्रद बनाने' और 'ग्रामीण अर्थव्यवस्था व उत्तराखंड में इसका विकास' विषयों पर विशेषज्ञों ने व्याख्यान आयोजित किए गए। राज्यपाल डा। केके पॉल सभी सत्रों में मौजूद रहे। पहले सत्र में जीबी पंत विवि के कुलपति प्रो। मंगला राय ने 'पर्वतीय क्षेत्र में कृषि को लाभप्रद बनाने' पर टॉपर्स के साथ इंटरेक्शन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि आधुनिक तकनीकों, जल उपयोग और भूमि उपयोग को बेहतर कर कृषि को लाभप्रद बनाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि लाभ के लिए रोजगारपरक कृषि और नगदी फसलों पर जोर देने की जरूरत है।

ग्रामीण अर्थव्यव्स्था पर किया मंथन

कॉन्क्लेव के दूसरे सेशन में हेस्को के फाउंडर पदमश्री डा। अनिल जोशी ने 'ग्रामीण अर्थव्यवस्था व उत्तराखंड में इसका विकास' विषय पर व्याख्यान दिया। उन्होंने कहा कि ग्रामीण विकास को इकोलॉजी और इकोनॉमी को साथ लेकर चलना होगा। प्रोडक्ट के साथ ही उसे ब्रांड बनाने की जरूरत है। स्थानीय प्राकृतिक संसाधनों को स्थानीय लोगों के लिए इस्तेमाल किए जाने पर फोकस करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था सुधारने के लिए ज्ञान, विज्ञान, तकनीक और परंपरागत ज्ञान को समन्वय के साथ इस्तेमाल करने की जरूरत है। दोनों सत्रों में स्टूडेंट्स ने सवाल भी किए, जिनके उत्तर दोनों वक्ताओं ने दिए। इस दौरान एसजीआरआर पीजी कॉलेज के छात्र, सचिव राजभवन अरुण ढौंडियाल, मेडिकल विवि के कुलपति डा। सौदान सिंह, श्रीदेव सुमन विवि के कुलपति डा। यूएस रावत, कुमाऊं विवि के कुलपति डा। एचएस धामी, उत्तराखंड तकनीकी विवि के कुलपति प्रो। पीके गर्ग आदि मौजूद थे।