- एनसीआरबी की रिपोर्ट के अनुसार इस साल पूरे देश में घटा है ग्रीन क्राइम

- उत्तराखंड सहित असोम और झारखंड में आश्चर्यजनक रूप से बढ़ा ग्रीन क्राइम

- ग्रीन बोनस की मांग करने वाले राज्य में ग्रीन क्राइम बढ़ना चिंताजनक

DEHRADUN: पूरे देश में पर्यावरण से संबंधित क्राइम ग्राफ गिरा है, लेकिन उत्तराखंड समेत चार राज्यों में ग्रीन क्राइम में आश्चर्यजनक रूप से बढ़ोत्तरी हुई है। मंगलवार को जारी एनसीआरबी के आंकड़े इस हकीकत को सामने लेकर आए हैं। ग्रीन क्राइम में सबसे आगे झारखंड का नाम है, दूसरे नंबर पर असम है। उत्तराखंड का नाम भले ही तीसरे स्थान पर है, लेकिन यह प्रदेश के पर्यावरण के लिए बेहद चिंताजनक बात है कि ख्0क्ब् के मुकाबले ख्0क्भ् में यहां ग्रीन क्राइम बढ़ा है। उत्तराखंड एक तरफ तो लगातार ग्रीन बोनस और ऑक्सीजन रॉयल्टी की मांग करता रहा है और दूसरी तरफ पर्यावरण के साथ इस तरह का खिलवाड़ बड़े सवाल पैदा करता है।

डराते हैं आंकड़े

एनसीआरबी के आंकड़ों के मुताबिक उत्तराखंड में ख्0क्ब् में ग्रीन क्राइम के ब्0 मामले सामने आए थे जो ख्0क्भ् में बढ़कर भ्भ् हो गए। वहीं झारखंड की बात करें तो वहां ख्0क्ब् में ग्रीन क्राइम के क्ब्8 मामले सामने आए थे जबकि ख्0क्भ् में ये बढ़कर ख्फ्फ् हो गए। ग्रीन क्राइम में नंबर दो पर रहने वाले असम में ख्0क्ब् में 8फ् मामले ग्रीन क्राइम के दर्ज हुए थे जबकि ख्0क्भ् में यह आंकड़ा बढ़कर क्0भ् पहुंच गया।

देशभर में घटा ग्रीन क्राइम

एनसीआरबी के आंकड़ों के मुताबिक ख्0क्भ् में पूरे देश में पर्यावरण से संबंधित क्राइम ग्राफ घटा है, इसमें ख्0क्ब् के मुकाबले क्क् परसेंट की कमी दर्ज की गई है। सबसे ज्यादा ग्रीन क्राइम का ग्राफ जहां घटा है वह है राजस्थान। राजस्थान में ख्0क्ब् में ग्रीन क्राइम के ख्9ख्7 मामले दर्ज किए गए थे जो कि ख्0क्भ् में घटकर ख्0क्ब् रह गए।

उत्तराखंड का ख्0क्भ् का क्राइम रिकॉर्ड