- लंबित मांगों पर कार्रवाई की मांग कर रहे प्रदेशभर के छह हजार से अधिक अतिथि शिक्षक

- कहा, शीघ्र मांग पूरी नहीं हुई तो आंदोलन को करेंगे उग्र

DEHRADUN: लंबित मांगों पर कार्रवाई नहीं होने से नाराज अतिथि शिक्षकों ने आंदोलन को तेज करने की चेतावनी दी है। इसी क्रम में रविवार से अतिथि शिक्षक क्रमिक अनशन पर बैठ गए हैं। वहीं शिक्षकों ने सोमवार को सीएम अवास कूच व मंगलवार को सचिवालय घेराव की चेतावनी दी है।

रविवार को धरनास्थल पर माध्यमिक अतिथि शिक्षक संघ के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष ललित डंगवाल, कविंद्र कैंतुरा व दुर्गा गुनसोला क्रमिक अनशन पर बैठे। शिक्षकों ने सरकार पर आरोप लगाया कि पूर्व में दिए गए आश्वासन के बाद आंदोलन को स्थगित कर दिया था, लेकिन अभी तक इस ओर कोई कार्रवाई नहीं की गई। लिहाजा अतिथि शिक्षकों ने एक बार फिर आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ रहा है। संगठन के मीडिया प्रभारी दौलत जगूड़ी ने कहा कि कम मानदेय मिलने के बाद भी प्रदेशभर के स्कूलों में अतिथि शिक्षक अपनी सेवाएं बखूबी निभा रहे हैं। पूर्व में सरकार ने सुरक्षित भविष्य का आश्वासन दिया था लेकिन धरातल पर अभी यह कार्य नही हुआ। मांगों पर कार्रवाई न होने से अतिथि शिक्षकों को मजबूरन उन्हें हड़ताल पर जाना पड़ रहा है। वहीं धरने में प्रवीन ठाकुर, विपिन सकलानी, महावीर, यतेंद्र नैथानी, दयाकृष्ण भट्ट, हरीश आर्य, बलवीर तोमर, हेमंत जगूड़ी, भूपेंद्र मैठाणी, रमेश रमोला, दर्शनलाल आदि मौजूद रहे।

-----

आज करेंगे सीएम आवास कूच

अतिथि शिक्षकों ने सोमवार को सीएम आवास कूच व मंगलवार को सचिवालय घेराव करने का फैसला लिया है। कहा कि सरकार से मिल रहे कोरे आश्वासन से अतिथि शिक्षक आक्रोशित हैं। इसके बाद भी मांगों पर अमल नहीं किया गया तो आंदोलन को उग्र किया जाएगा।

जल्द बनाई जाए नीति

अतिथि शिक्षकों ने कहा कि पूर्व में सीएम से मिले आश्वासन के बाद शिक्षकों को सुरक्षित भविष्य की आस थी, क्योंकि सीएम ने उनके लिए शीघ्र ही कोई नीति बनाने को लेकर आश्वस्त किया था। कहा कि यदि शीघ्र की कोई नीति नहीं बनी तो फ्क् मार्च ख्0क्7 के बाद उनका भविष्य अधर में लटक जाएगा।