- दैनिक जागरण आई नेक्स्ट व अमृता विश्व विद्यापीठम की ओर से ऑर्गेनाइज किया गया करियर पाथवे
- 11वीं व 12वीं के सैड़कों स्टूडेंट्स हुए करियर पाथवे में शामिल, मिली स्पेशलिस्ट्स की गाइडेंस


देहरादून (ब्यूरो): यह बातें अमृता विश्वविद्यापीठम के असिस्टेंट मैनेजर शुभम तोमर ने कहीं। वे दैनिक जागरण आई नेक्स्ट और अमृता विश्व विद्यापीठम द्वारा सर्वे चौक स्थित आईटीडीए सभागार में आयोजित करियर पाथवे में बोल रहे थे। इस दौरान उन्होंने स्टूडेंट्स के साथ इंटरेक्शन भी किया। कार्यक्रम में विभिन्न स्कूलों के 11वीं और 12वीं के स्टूडेंट््स शामिल हुए।

बेहतर चुनाव से आसान हो जाती मंजिल
शुभम तोमर ने कहा कि 12वीं के बाद करियर संवारने को दर्जनों ऑप्शंस हैं। सवाल यह है कि आप जिस ऑप्शन का चुनाव कर रहे हैं वह आपके अनुकूल है या नहीं। सही चुनाव ही आपको आपकी मंजिल तक पहुंचाएगा। यह आप पर निर्भर करता है कि आप किस डायरेक्शन में जाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि अमृता विश्व विद्यापीठम करियर गाइडेंस देकर स्टूडेंट्स की राह आसान बनाता है। उन्होंने कहा कि जो स्टूडेंट्स 11वीं और 12वीं में है उनके लिए अगले 6 से 7 साल का समय काफी महत्वपूर्ण हैं। यह समय ही तय करेगा कि आप किस फील्ड में बेहतर करियर बना सकते हैं। यदि आप लाइफ में कुछ हासिल करना है तो समय का सदुपयोग करना सीखना होगा। जिंदगी का एक-एक पल कीमती है। सभी स्टूटेंट्स करियर के लिए अभी से जी जान से जुट जाएं।

सीखने की आदत डालें
सीखने की आदत ही व्यक्ति को महान बनाती है। छोटा हो या बड़ा सबसे सीखने की प्रवृत्ति अपने अंदर डेवलप करनी चाहिए। शुभम तोमर ने कहा कि सीखने की कोई उम्र नहीं होती। जितना सीखेंगे उतना जिंदगी में निखार आएगा। स्टूडेंट्स का जीवन सबसे आसान होता है। इसे बोझिल समझने वाले करियर नहीं बना पाते। इसलिए हमेशा जीवन में सीखते रहना चाहिए। उन्होंने स्टूडेंट्स को सीखने के तौर तरीके भी समझाए।

पैशन वाले करियर पर करें फोकस
करियर के चुनाव में उन्होंने स्टूडेंट््स से अपने पैशन पर ध्यान केंद्रित करने को कहा। उन्होंने कहा कि जिस फील्ड में रुचि हो उसी में करियर ऑप्शन की तलाश करनी चाहिए। यह प्रयास करना चाहिए कि अपने पैशन को ही हम अपना ड्रीम करियर बनाएं। इसके साथ ही उन्होंने कई कोर्सेज और दूसरे विषयों की भी जानकारी दी।

कॉलेज और करियर का ऐसे करें चुनाव
शुभम तोमर ने कहा कि 12वीं के बाद जब आप करियर शुरू करने को कॉलेज काचयन करते हैं, तो सबसे पहले उस यूनिवर्सिटी या कॉलेज की ग्रेडिंग और रैंकिंग के बारे में पता करना चाहिए। उन्होंने करियर बियांड 2030 के जरिए भी स्टूडेंट््स को बताया कि उन्हें आने वाले समय को ध्यान में रखकर ही करियर का चुनाव करना चाहिए। कहा करियर के चुनाव को पैशन, ट्रेंड, एबिलिटी और स्किल्स मोस्ट इंपॉर्टेंट है। इसे ध्यान में रखते हुए करियर का चुनाव करें।

टीचर के पास है करियर की चाभी
मोटिवेशनल स्पीकर डॉ। मुकुल शर्मा ने पूर्व राष्ट्रपति डॉ। अब्दुल कलाम समेत कई बड़ी हस्तियों की स्टोरी का पे्रजेंटेशन देकर स्टूडेंट््स को इंस्पायर किया। उन्होंने टीचर को हनुमान की संज्ञा देते हुए कहा कि करियर के लिए कठिन मेहनत करनी पड़ती है और यदि कभी करियर में कुछ हासिल कर लिया तो घमंड नहीं करना चाहिए। समझाया कि किस तरह घमंड ने महाज्ञानी लंकापति रावण की सोने की लंका जला कर रख दी। उन्होंने कहा कि पैरेंट्स के बाद टीचर ही एक मात्र ऐसी सोच रखता है, जो स्टूडेंट््स को अपने से बड़ा बनने के लिए चाहत रखता है। इसलिए टीचर को पकड़ कर रखें, वही आपको बेस्ट करियर देने में आपकी हेल्प करेंगे।
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