अब पीडीएफ में बगावत, बीएसपी विधायक ने किया किनारा
-तय नहीं कि मैं कांग्रेस का साथ दूंगा-हरीदास
देहरादून
सियासत के खेल भी निराले हैं। यहां मौके पर चौके लगाए जाते हैं। सूबे के सियासी संकट पर भले ही अभी तक अदालत का कोई फैसला नहीं आया है लेकिन एक बार फिर जोड़तोड़ की राजनीति में टूटने-जुटने का खेल शुरू हो गया है। सियासतदानों की नजरें सुप्रीम कोर्ट पर टिकी हैं और उन्हें उम्मीद है कि विधानसभा में फ्लोर टेस्ट होगा। इसी कड़ी में पीडीएफ के सदस्य और बीएसपी के विधायक हरीदास ने अपने बयानों से सियासी समीकरणों को मोड़ दिया है। हरीदास का कहना है कि यह तय नहीं है कि वे फ्लोर टेस्ट में कांग्रेस का साथ देंगे। इतना ही नहीं, उन्होंने यहां तक कहा कि कांग्रेस सरकार में उनको कैबिनेट मंत्री बनाए जाने का आश्वासन दिया गया था जो पूरा नहीं हुआ। हरीदास बीएसपी से निलंबित हैं।
बढ़ी कांग्रेस की चिंता
बीएसपी के एक विधायक की राह अलग होती देख अब कांग्रेस की ¨चता बढ़ती दिख रही है। हरीदास तो साफ कह चुके हैं कि फ्लोर टेस्ट में वे अपनी राह खुद तय करेंगे। उधर, बीएसपी के दूसरे विधायक सरवत करीम अंसारी के नाम से जारी एक प्रेस नोट ने बुधवार दिनभर सियासी पारा चढ़ाए रखा। इसमें कहा गया था कि पीडीएफ कोई राजनैतिक दल नहीं है बल्कि इसका गठन जनहित के मुद्दों के लिए किया गया था। बाद में अंसारी ने इस प्रेस नोट को फर्जी करार दिया और कहा कि जिसने इसे जारी किया है उसके खिलाफ वे मानहानि का मुकदमा करेंगे।
वर्जन
कांग्रेस का बीएसपी के साथ कमिटमेंट हुआ था कि मुझे और सुरेंद्र राकेश को मंत्री पद दिया जाएगा। फ्लोर टेस्ट से पहले हरीश रावत को अब मुझे मंत्री पद को लेकर आश्वस्त करना होगा।
हरीदास, बीएसपी के निलंबित विधायक
बॉक्स 1
किंगमेकर है पीडीएफ
प्रोग्रेसिव डेमोक्रेटिक फ्रंट (पीडीएफ) निर्दलीय और अन्य विधायकों ने मिलकर बनाया। इसमें तीन निर्दलीय विधायक, दो बीएसपी के और एक यूकेडी (पी) का विधायक है। कुल मिलाकर इस वक्त पीडीएफ में 6 विधायक हैं। कांग्रेस सरकार को पीडीएफ का सपोर्ट था।
पीडीएफ में कौन-कौन?
1-मंत्री प्रसाद नैथानी (निर्दलीय)
2-दिनेश धनै (निर्दलीय)
3-हरीश दुर्गापाल (निर्दलीय)
4-सरवत करीम अंसारी (बीएसपी)
5-हरीदास (बीएसपी)
6-प्रीतम सिंह पंवार (यूकेडी-पी)
सीटों का गणित
बीजेपी-28
कांग्रेस-27
बागी -9
पीडीएफ-6