-सूबे में शुरू की गई हेल्प लाइन नंबर 104 से जानकारी लेने का बढ़ रहा क्रेज
-आशा वेरीफिकेशन को सबसे ज्यादा 21 हजार से ज्यादा फोन कॉल्स प्राप्त हुए
DEHRADUN: प्रदेश सरकार द्वारा हेल्थ की किसी भी जानकारी के लिए शुरू की गई हेल्प लाइन को खासा रिस्पांस मिला है। आंकड़े बताते हैं कि पिछले सात महीनों में 70 हजार से अधिक फोन कॉल्स आए हैं। इस प्रकार से एक महीने में करीब दस हजार फोन कॉल्स जानकारियों के लिए पहुंच रही हैं।
108 को सौंपा गया था जिम्मा
सूबे की सरकार ने आम लोगों को स्वास्थ्य संबंधी जानकारियां देने के लिए 108 की तर्ज पर प्रदेश में 104 हेल्प लाइन सेवा की शुरुआत की है। दीपावली के दो दिन पहले इस हेल्प लाइन की विधिवत शुरुआत की गई। हालांकि कई महीने पहले से इस हेल्प लाइन का ट्रायल चल रहा था और सक्सेस होने के बाद अधिकृत तौर पर सरकार ने इस पर अपनी आखिरी मुहर लगाई। इस हेल्प लाइन की पूरी जानकारी प्रदेश सरकार ने जीवीके 104 के जिम्मे सौंपा है। इसकी वजह भी साफ थी कि 108 पिछले आठ सालों से सूबे में अपनी सेवाएं दे रहा है और उसके पास कंट्रोल रूम जैसा पूरा सैट-अप मौजूद था।
राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम भी पीछे नहीं
108 से मिले आंकड़े बताते हैं कि 10 मई से लेकर दो दिन पहले 13 नवंबर तक 104 टॉल फ्री नंबर पर 700036 कॉल्स रिसीव हुई हैं। जिनमें से सबसे ज्यादा फोन्स कॉल्स आशा वेरीफिकेशन के लिए रही है। दूसरे नंबर पर राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरकेएसके)17,626 व तीसरे स्थान पर मदर एंड चाइल्ड ट्रेनिंग कार्यक्रम (एमसीटीएसस) में पूछताछ की ज्यादा डिमांड रही है। इसी प्रकार से 3127 फोन कॉल्स बाकी स्वास्थ्य संबंधी, जिसमें डेंगू, मलेरिया, स्वाइन फ्लू जैसी तमाम प्रकार से हेल्थ संबंधी सरकार की योजनाओं के बारे में फोन कॉल्स रिसीव किए गए हैं। बताया गया है कि 104 हेल्पलाइन नंबर पर बाकी भी क्वेरीज आती रही हैं, जिसके बारे में 108 मैनेजमेंट की तरफ से जानकारी प्रदान की गई है। जानकारियों की फेहरिस्त में हॉस्पिटल, सीएचसी, पीएचसी की शिकायतें भी लोगों से प्राप्त हुई हैं।
104 सर्विस पर एक नजर
-राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम--17626
-मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना--4247
-आशा वेरीफिकेशन-- 21845
-आशा किरन साफ्टवेयर कॉल्स--9366
-दूसरे फोन कॉल्स--3127
--------------------
कुल--70036 (ये आंकड़े क्0 मई से क्फ् नवंबर तक के हैं.)