-नगर को व्यापारियों ने ज्ञापन सौंप कर व्यापारियों की परेशानियों पर विचार करने का किया आग्रह

देहरादून, 5 जून (ब्यूरो)। व्यापारियों का कहना है कि गत 2 से 3 वर्ष पहले कोरोना जैसी महामारी के कारण दुकानों पर उतना व्यापार नहीं हुआ। लेकिन, लॉकडाउन के कारण 6 महीने दुकानें बंद रहीं। इस बीच महामारी की वजह से कई व्यापारियों की मृत्यु भी हुई। तब से लेकर अब तक व्यापारी महामारी के साइड इफैक्ट से उभर नहीं पाए। वहीं, नगर निगम प्रशासन की ओर से पिछले 7 वर्षों से प्रोपर्टी व हाउस टैक्स बढ़ाया गया है। इसके अलावा इस पर 12 परसेंट ब्याज भी प्रतिवर्ष के हिसाब से लगाया जा रहा है। यह सरासर न्योचित नहीं है। व्यापारियों ने निगम से आग्रह किया कि इस ब्याज को पूरी तरीके समाप्त किया जाए और वर्ष 2016-17 में जो प्रोपर्टी व हाउस टैक्स बढ़ा गया, उसको भी कम किया जाए।

::व्यापारियों की ये मांगे::
-निजी कंपनियों के कर्मचारियों की ओर से दुकानों के सर्वे से व्यापारियों में डर का माहौल।
-कर्मचारी दुकानों में आकर दुकानों की फुटेज बनाकर खंगाल रहे प्रतिष्ठान
-व्यापारियों को डर, सर्वे के दौरान न घट जाए कोई अप्रिय घटना।
-निगम प्रशासन से सर्वे को रोकने का भी व्यापारियों का आग्रह।
-व्यापारी भरते हैं हर प्रकार का टैक्स, देने हैं बेरोजगारों को रोजगार
-ऐसे में व्यापारियों पर न डाला जाए टैक्स का बोझ

निगम की ओर से जिन निजी कंपनी के कर्मचारियों को मार्केट में टैक्स सर्वे के लिए भेजा जा रहा है, व्यापारी वर्ग इसका विरोध करता है।निगम को कोरोनाकाल का हाउस टैक्स माफ करना चाहिए।
-पंकज मैसोन, अध्यक्ष, दून वैली महानगर उद्योग व्यापार मंडल।

नगर निगम द्वारा जो हाउस टैक्स ब्याज के साथ वसूला जा रहा है। व्यापारियों की मांग है कि इसमें ब्याज को हटाया जाए। इस पर नगर निगम प्रशासन को गहनता से विचार करना चाहिए।
-सुनील अग्रवाल, संरक्षक, दून वैली महानगर उद्योग व्यापार मंडल।