बंद घरों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने की पुलिस ने बनाई थी योजना

अपनी ही योजना को अमलीजामा नहीं पहना पाया पुलिस विभाग

आईनेक्स्ट ने दिलाई याद तो आईजी बोले, जल्द बनेगा रोडमैप

DEHRADUN: सिटी के बंद घरों में हो रही चोरियों पर लगाम लगाने की योजना बनाकर पुलिस महकमा खुद ही भूल गया। जब आईनेक्स्ट ने पुलिस महकमे को योजना की याद दिलाई तो आईजी ने जल्द इसे लेकर रोडमैप बनाने की बात कही। अब बात यह उठती है की यदि पुलिस विभाग अपनी ही योजना को भूल जाएगा तो दूसरी योजना को कैसे याद रखेगा? बहरहाल याद दिलाने पर योजना की याद आई और जल्द रोडमैप बनाने की बात कही गई। दरअसल महकमे ने एक विशेष योजना बनाई थी, जिसमें पुलिस द्वारा प्राइवेट कंपनियों के साथ मिलकर खाली घरों में सीसीटीवी कैमरा लगाने की योजना बनाई थी। जिससे घर का मालिक इंटरनेट के माध्यम से अपने घर पर कहीं से भी नजर रख सकता है।

ख्-फ् दिनों में सामने आएगा रोडमैप

आखिरकार पुलिस महकमा अब शहर के बंद घरों की निगरानी के लिए अपनी पुरानी योजना का रोडमैप तैयार कर जल्द ही काम शुरू करने जा रहा है। आईनेक्स्ट ने जब आईजी से इस योजना के बाबत जानकारी ली तो आईजी गढ़वाल संजय गुंज्याल ने बताया कि कुछ कारणों से महकमा इस योजना पर काम नहीं कर पाया। लेकिन ख्-फ् दिनों में पूरा रोडमैप तैयार कर लिया जाएगा। आपको बता दें कि पुलिस महकमे द्वारा राजधानी के साथ साथ हरिद्वार में प्राथमिकता के आधार पर चोरी की वारदातों को रोकने के लिए इस योजना को लागू करने की बात कही थी। जिसमें अगर कोई मकान मालिक घर बंद कर कहीं चला जाता है तो पुलिस ऐसे मकानों पर कैमरा लगाने के बाद उसकी निगरानी करेगी और कैमरे का लाइव फुटेज घर के मालिक को मिलता रहेगा। घर का मालिक इंटरनेट के माध्यम से मोबाइल पर इसे ख्ब् घंटे देखता रहेगा। पुलिस की योजना के अनुसार इसके लगाने का खर्च घर के मालिक को उठाना पड़ेगा। बताया गया कि कई ऐसे संगठन इस तरह की सर्विस देने को तैयार है। जब कैमरे पुलिस के कब्जे में आ जाएंगे तो उसे जनता के लिये उपलब्ध करा दिया जाएगा।

कैमरे लगाने का फायदा

थानों में रखे कैमरों को उन मकानों पर लगाया जाएगा, जो घर बंद होंगे और मकान का मालिक बाहर गया होगा। पुलिस ऐसे मकानों पर कैमरा लगाने के बाद उसकी निगरानी करेगी और कैमरे का लाइव फुटेज घर के मालिक को मिलता रहेगा। पुलिस की योजना के अनुसार इसके लगाने का खर्च घर के मालिक को उठाना पड़ेगा। मामले की जानकारों की मानें तो सामान्य घरों में इसे इंस्टाल करने का खर्च फ्0 से भ्0 रुपये हो सकता है। इस योजना को हरिद्वार व देहरादून में तुरंत लागू करने को कहा गया है।

हम इस योजना पर ख्-फ् दिनों में काम करना शुरू कर देंगे। कुछ कारणवश इस योजना पर काम नहीं हो पाया है।

संजय गुंज्याल, आईजी गढ़वाल