- आईएमए में आज होगी पासिंग आउट परेड, आर्मी चीफ लेंगे सलामी
- पीओपी को लेकर एकेडमी के आसपास सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम

देहरादून, 9 जून (ब्यूरो)। आईएमए की पासिंग आउट परेड (पीओपी) के बाद आज इंडियन आर्मी को 331 युवा अफसर मिल जाएंगे। इसके साथ ही मित्र देशों के 42 कैडेट्स भी आईएमए से ट्रेनिंग लेकर आपनी देशों की सेवा के लिए तैयार हो जाएंगे। आर्मी चीफ जनरल मनोज पांडे पीओपी की सलामी लेंगे।

ड्रिल स्क्वायर पर होगी भव्य परेड
आज सुबह आईएमए के ऐतिहासिक चैटवुड भवन के सामने ड्रिल स्क्वायर पर पीओपी होगी। परेड के बाद आयोजित होने वाली पीङ्क्षपग व ओथ सेरेमनी के बाद पाङ्क्षसग आउट बैच के 373 जेंटलमैन कैडेट देश-विदेश की सेना में बतौर अफसर शामिल होंगे। इनमें 331 अधिकारी भारतीय थलसेना को मिलेंगे। जबकि भूटान के 19, तजाकिस्तान के 17, श्रीलंका के दो और मालदीव, सुडान, सेशेल्स व वियतमान का एक-एक कैडेट भी पासआउट होंगे। कुल मिलाकर शनिवार को सैन्य अकादमी के नाम देश-विदेश की सेना को 64 हजार 862 युवा सैन्य अधिकारी देने का गौरव जुड़ जाएगा। इनमें मित्र देशों को 2885 सैन्य अधिकारी भी शामिल हैं। पाङ्क्षसग आउट परेड के मद्देनजर अकादमी के आसपास सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद की गई है।

42 विदेशी कैडेट्स होंगे पास आउट
आईएमए से इस बार पास आउट होने वाले 373 कैडेट्स में से 55 कैडेट्स डायरेक्ट एंट्री, 204 एक्स एनडीए, एस एसीसी से 40, 135 टीजीसी कोर्सेस से 32 कैडेट्स शामिल होंगे। जबकि, 42 फॉरिन कैडेट्स शामिल हैं। जिसके बाद आईएएम के रिकॉर्ड में कुल 64862 जाबांज अफसर देने का योगदान बन चुका हैं।

यूपी के सबसे ज्यादा कैडेट्स
आईएमए से पासआउट होने वाले कैडेट्स में सबसे ज्यादा सैन्य अफसर देने में उत्तरप्रदेश का दबदबा है। यहां से कुल 63 कैडेट्स पासआउट होंगे। हालांकि, क्षेत्रफल की दृष्टि से सबसे ज्यादा पासआउट होने वाले कैडेट्स इस बार बिहार से हैैं। बिहार के 33 कैडेट्स सैन्य अफसर बनने जा रहे हैैं। इसके बाद हरियाणा के 32 , महाराष्ट्र से 26 कैडेट्स शामिल हैं। उत्तराखंड पांचवे नंबर पर है।

यहां से इतने कैडेट्स
उत्तराखंड - 25
आंध्र प्रदेश - 1
असम - 1
बिहार - 33
चंडीगढ़ - 1
छत्तीसगढ़ - 5
दिल्ली - 12
गुजरात - 2
गोवा - 1
हरियाणा - 32
हिमाचल प्रदेश - 17
जम्मू एंड कश्मीर - 6
झांरखंड - 8
कर्नाटक - 11
केरल - 5
नेपाल (डोमासाइल) - 2
मध्य प्रदेश - 19
महाराष्ट्र - 26
मणिपुर - 1
उड़ीसा - 2
पंजाब - 23
पुडुचेरी - 1
राजस्थान - 19
तेलंगाना - 3
तमिलनाडु -8
त्रिपुरा - 1
उत्तर प्रदेश - 63
वेस्ट बंगाल - 3

मित्र देशों के इतने कैडेट्स
भूटान - 19
मालद्वीप - 1
श्रीलंका - 2
सुडान - 1
सेशेल्स - 1
ताजिकिस्तान - 17
वियतनाम - 1
कुल - 42

पाङ्क्षसग आउट परेड से घोड़ा-बग्घी की विदाई
भारतीय सैन्य अकादमी की पाङ्क्षसग आउट परेड में अब घोड़ा-बग्घी नहीं दिखाई देगी। बता दें कि अभी तक निरीक्षण अधिकारी चार घोड़ों वाली बग्घी (पटियाला कोच) में परेड मैदान में पहुंचते थे। पटियाला के पूर्व महाराज ने यह बग्घी वर्ष 1969 में आइएमए को भेंट की थी। पटियाला कोच (घोड़ा-बग्गी) के अलावा आइएमए में जयपुर के पूर्व महाराज की ओर से उपहार स्वरूप दी गई जयपुर कोच, विक्टोरिया कोच व कमांडेंट््स फ्लैग कोच भी चलन में रही है। दरअसल, भारतीय सेना ने औपनिवेशिक या पुरानी प्रथाओं जैसे बग्घी, पाइप बैंड आदि को समाप्त कर दिया है। रक्षा मंत्रालय के आदेश के तहत इस बार आइएमए पाङ्क्षसग आउट परेड से भी घोड़ा-बग्घी की विदाई हो गई है।


अब तक इतने देशों के बने सैन्य अफसर
अफगानिस्तान- 922
अंगोला- 13
भूटान- 730
बोट्सवाना- 1
इथोपिया-2
फीजी- 7
घाना- 40
इराक- 73
जामाइका- 19
कजाकिस्तान- 25
किर्गिस्तान- 8
लेसोथो - 14
मलेशिया - 11
मालदीप- 93
मॉरीशस- 48
मंगोलिया- 2
मंयमार - 5
नेपाल- 152
निग्रिया- 43
पलेस्टाइन - 9
पापुआ न्यू गाइनिया - 7
फिलिपिंस - 2
सेशेल्स - 5
सिंगापुर - 17
श्रीलंका - 284
सुडान - 3
ताजिकिस्तान- 260
तंजानिया- 24
तुर्कमेनिस्तान- 2
तोन्गा- 5
युगान्डा - 22
वियतनाम - 12
यामिन- 2
जाम्बिया- 22
उज़्बेकिस्तान- 1