- शनिवार देर रात अज्ञात के खिलाफ दर्ज हुआ था मुकदमा

- वीडियो और फोटो के आधार पर चिह्नित होंगे पथराव करने वाले

DEHRADUN: सिटी के जीएमएस रोड पर शनिवार को पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की कार पर पथराव करने के मामले में पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। शनिवार देर रात पूर्व मुख्यमंत्री की ओर से कमल सिंह और बीजेपी की तरफ से उमेश अग्रवाल ने मामले की तहरीर बसंत विहार थाने में दी थी। दोनों पक्षों की तहरीर के बाद पुलिस ने अपनी तरफ से पदयात्रा के दौरान भिड़े दोनों पक्षों के क्भ्0 से ज्यादा अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। एसएसपी सदानंद दाते ने बताया कि पदयात्रा के दौरान काले झंडे दिखाने वाले और हाथापाई करने वाले लोगों को चिह्नित किया जा रहा है।

क्या था मामला?

शनिवार शाम प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की जीएमएस रोड स्थित गांधी ग्राम इलाके में पदयात्रा और रैली का कार्यक्रम प्रस्तावित था। कांवली रोड गांधीग्राम में नगर कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करने के लिए पूर्व सीएम हरीश रावत को शाम करीब ब्.फ्0 बजे आना था। इस बीच शाम करीब भ् बजे हरीश रावत जैसे ही अपनी कार से बल्लीवाला चौक पर पहुंचे तो बीजेपी के कुछ कार्यकर्ताओं ने रावत की कार को रोकते हुए काले झंडे दिखाए। इसी बीच कुछ अज्ञात के द्वारा हरीश रावत की कार पर पथराव कर दिया गया। हंगामा बढ़ता देख सैकड़ों कांग्रेसी कार्यकर्ता भी मौके पर पहुंच गए। जहां दोनों गुटों के कार्यकर्ताओं के बीच हाथपाई हो गई। बाद में डीजीपी बीएस सिद्धू, एसएसपी डा। सदानंद दाते, एसपी सिटी अजय सिंह समेत पांच थानों की फोर्स मौके पर पहुंच गई थी।

कार्यकर्ताओं पर कार्रवाई तय

एसएसपी डा। सदानंद दाते ने बताया कि दोनों पक्षों में से जिसकी भी पहचान वीडियो और फोटो के जरिए हो जाती है उसे किसी भी हालत में बक्शा नहीं जाएगा। कप्तान ने बताया कि देर रात मुकदमा दर्ज करने के बाद एसएसआई कैंट चन्द्राकर नैथानी को मामले की जांच सौपी जा चुकी है। इसके अलावा मौके पर मौजूद कई प्रदर्शनकारियों और चश्मदीदों की मदद से पूछताछ करते हुए जांच आगे बढ़ाई जा रही है।