-लॉकडाउन से पहले रोजाना 121 टेराबाइट थी खपत, इन दिनों 206 पहुंचा आंकड़ा

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देहरादून

लॉकडाउन के चलते इन दिनों लोग घर में ही हैं। ऐसे में इंटरनेट देश-दुनिया तक पहुंच बनाने का सबसे बड़ा माध्यम बन गया ह। विश्वभर में कोरोना का संक्रमण फैला है तो इससे संबंधित जानकारी व्हाट्सएप, फेसबुक से पलभर में भेजे और प्राप्त किए जा रहे हैं। उत्तराखंड में भी घरों में लॉकडाउन लोग इंटरनेट का खूब इस्तेमाल कर रहे हैं। यही कारण है कि प्रदेश में इंटरनेट की खपत में 70 फीसद का इजाफा हो गया ह। यह आंकड़ा वरिष्ठ साइबर फॉरेंसिक एक्सपर्ट व डाटा रिसर्चर अंकुर चंद्रकांत ने जारी किया है।

अंकुर चंद्रकांत बताते हैं कि लॉकडाउन से पहले उत्तराखंड में सिर्फ मोबाइल के माध्यम से इंटरनेट डाटा की खपत 121 टेराबाइट (टीबी) प्रतिदिन थी, जो अब बढ़कर 206 टीबी प्रतिदिन हो गई है। मोबाइल के अलावा ब्रॉडबैंड, हॉट-स्पॉट, वैट (डब्ल्यूएपी), फाइबर व 4जी कैरियर के माध्यम से भी डाटा की खूब खपत देखने को मिल रही है।

कुल डाटा खपत 630 टीबी पहुंची

मोबाइल यूजर के साथ ही अन्य माध्यम से इंटरनेट की खपत प्रतिदिन 630 टेराबाइट (टीबी) को पार कर गई ह। इसमें फोर-जी कैरियर के माध्यम से 395.8 टीबी व हॉट-स्पॉट, वैट, फाइबर के जरिये रोजाना 242.63 टीबी डाटा खप रहा है।

विभिन्न एप में डाटा खपत (फीसद में)

वाट्सएप-23.47, हॉटस्टार-19.71, टिक-टॉक-17.16, यू ट्यूब-15.83, नेटफ्लिक्स-8.22, इंस्टाग्राम-7.52, फेसबुक-4.38

टीवी देखने का चलन बढ़ा, एप इंस्ट्रॉल की दर घटी

बेशक देशभर में सोशल नेटवर्किंग व एंटरटेनमेंट एप पर डाटा की खपत बढ़ी हो, सोशल व एंटरटेनमेंट एप के नए इंस्ट्रॉलेशन की दर घटी है। उदाहरण के लिए जनवरी में हॉटस्टार को 9.8 मिलियन लोगों ने डाउनलोड किया, जबकि लॉकडाउन में यह आंकड़ा घटकर तीन मिलियन रह गया। इसी तरह व्हाट्सएप को डाउनलोड करने की दर 6.5 मिलियन से 2.5 मिलियन पर आ गई। इसकी बड़ी वजह यह बताई जा रही है कि टीवी देखकर समय बिताने का ग्राफ भी ऊपर चढ़ा है।