- भूमाफिया बेखौफ, आसन नदी को डायवर्ट कर करोड़ों रुपए की जमीन बनाने की कोशिश
- पहले नदी के दोनों किनारे खरीदी जमीन, नदी को पाटकर बड़े हिस्से को मिलाने की योजना

देहरादून (ब्यूरो): नदी के दोनों तरफ जमीन खरीद कर जमीन को पाटने की तैयारी जोर-शोर से चल रही है। जानकारों ने बताया कि माफिया नदी को डायवर्ट करके तकरीबन 12 से 15 बीघा हिस्से को प्लॉटिंग में मिलाने की तैयारी है। नगर निगम क्षेत्र के वार्ड 89 से लगे इस इलाके में 18 से 19 हजार रुपये वर्ग गज के हिसाब से जमीन बिक रही है। 15 हजार रुपए के हिसाब से भी बिल्डर यहां पर जमीन बेचता है तो एक बीघा की कीमत 1.35 से 1.50 करोड़ रुपए तक है। 15 की जगह 10 बीघा भी जमीन कब्जाई जाती है, तो 15 से 16 करोड़ का पूरा खेल है। इस खेल में कई बड़े नेताओं की मिलीभगत की बात भी सामने आ रही है।

30 बीघा जमीन खरीदी
सूत्रों की मानें तो तंतोवाला में बडोनी चौक के पास भूमाफिया ने आसन नदी के दोनों साइड तकरीबन 30 बीघा जमीन खरीदी। इसके बाद प्लाटिंग से पूर्व नदी की डायवर्ट कर जमीन को मिलाने का काम शुरू किया। बताया जा रहा है कि भूमाफिया ने 20 से 25 लाख रुपए बीघा के हिसाब से यहां पर जमीन खरीदी है और अब जमीन का दायरा बढ़ाने के लिए नदी के दोनों हिस्से को पाटकर 12 से 15 बीघा जमीन और बनाना चाह रहे हैं। बताया जा रहा है कि 12 से 15 बीघा जमीन यदि वह कब्जाते हैं तो सर्किल रेट के हिसाब से भी जमीन की कीमत 15 से 20 करोड़ रुपए तक है। माफिया ने प्लानिंग के तहत पहले नदी किनारे जमीन खरीदी और बरसात में ही नदी को डायवर्ट करने का काम शुरू भी कर दिया।

नदी पाटकर प्लॉटिंग की है तैयारी
माफिया ने तुुंतोवाला में दुर्गा कालोनी नियर बडोनी चौक के पास आसन नदी के मूल स्वरूप से छेड़छाड़ करने की कोशिश की है। बताया गया कि माफिया नदी की जमीन को अपनी जमीन में मिलाते हैं उन्हें कम से कम भी 20 करोड़ से अधिक का मुनाफा होता है। इसके लिए उन्होंने सारी गोटियां बिछा दी, लेकिन नगर निगम के संज्ञान में आने के बाद उनके इरादों पर पानी फिर सकता है। यह भूमि चंद्रबनी चौक से साढ़े तीन किमी। और मेंहूवाला माफी की तरफ से महज 3 किमी। पर स्थित है।

मौके पर पहुंची टीम, माफिया फरार
बताया गया कि फ्राइडे को जैसे ही नगर निगम की टीम मौके पर पहुंची, तो भू माफिया जेसीबी लेकर फरार हो गए। टीम भी माफिया की इस कारगुजारी से दंग रह गई। किस तरह नदी के बड़े हिस्से को दिन में कब्जा कर जेसीबी चलाया जा रहा है। बताया जा रहा है कि जांच टीम जल्द अपनी रिपोर्ट नगर आयुक्त को सौंपेगी, जिसके बाद माफिया के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

हमेशा नदी नाले रहे हैं निशाने पर

दून में बड़े पैमाने पर सरकारी जमीनों को खुर्द-बुर्द करने के एक नहीं कई मामले हैैं। शहर के अंदर नदी-नाले खाले भूमाफिया के निशाने पर हैं। करोड़ों की सरकारी जमीन कब्जाकर माफिया नदी-नालों को नहीं छोड़ रहे हैं। सच्चाई यह है कि जब शिकायत आती है तो तब नगर निगम की टीमें दौड़कर एक्शन लेने की बात कहती है, लेकिन नगर निगम की जमीन को खुर्द-बुर्द करने के कई मामले सामने आ चुके हैं। यहां तक कि निगम की बोर्ड बैठक में भी कई बार मामले सामने आ चुके हैं, लेकिन आज तक नगर निगम को अपनी जमीन का पता नहीं चल पाया। कई बार सर्वे किए जाने की बात भी कही गई। सबसे ज्यादा सहस्रधारा रोड, क्लेमेंट टाउन, राजपुर रोड, जीएमएस रोड, रायपुर, चंद्रबनी, शिमला बाईपास जैसे इलाकों में नगर निगम की जमीन पर भूमाफिया की गिद्द दृष्टि जमी रहती है।

ऐसे खेला गया खेल
30 बीघा के करीब जमीन खरीदी माफिया ने आसन नदी के दोनों साइड
15 बीघा तक जमीन कब्जाने को चलाई नदी में जेसीबी
1.50 से 2 करोड़ रुपए प्रति बीघा तक रेट हैं तुंतोवाला में
89 वार्ड के बडोनी चौक के पास आसन नदी का है मामला
15 हजार रुपए प्रति वर्ग गज है इस एरिया में सर्किल रेट

मामला संज्ञान में आते ही तत्काल टीम को जांच के लिए मौके पर भेजा गया। नदी को किसी भी सूरत में डायवर्ट नहीं होने दिया जाएगा। भूमि के मालिक और अन्य के नाम जुटाए जा रहे हैैं। नाम मिलते ही सभी के खिलाफ नामजद केस दर्ज किया जाएगा।
मनुज गोयल, नगर आयुक्त, देहरादून
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