-आईनेक्स्ट एक्सक्लूसिव-

- यूटीसी को नई बसों की खरीद के लिए निवर्तमान सीएम ने की थी 100 करोड़ लोन की घोषणा

- लोन की रकम से 400 नई बसें खरीदनी थीं परिवहन निगम को

- चारधाम यात्रा सिर पर, बसों की कमी से जूझ रहा परिवहन निगम

DEHRADUN: चारधाम यात्रा सिर पर है, लेकिन परिवहन निगम की तैयारियां अभी तक अधूरी हैं। परिवहन निगम इस समय बसों की कमी से जूझ रहा है। बजट के आभाव में निगम प्रबंधन नई बसें नहीं खरीद पा रहा है। पूर्व में तत्कालीन सरकार के सीएम हरीश रावत ने स्वयं उत्तराखंड परिवहन निगम को नई बसें खरीदने के लिए क्00 करोड़ रुपए लोन के रूप में देने की घोषणा की थी, लेकिन अभी तक परिवहन निगम को क्00 करोड़ का लोन नहीं मिल पाया है। लोन की फाइल अभी तक इस सियासी संकट में लटकी पड़ी है। पूर्व में क्00 करोड़ रुपए का लोन मिलने के आश्वासन पर परिवहन निगम प्रबंधन ने ब्00 नई बसें खरीदने की तैयारी की थी, जिससे परिवहन निगम में कुछ हद तक बसों की कमी दूर होती है।

तो यात्रियों को झेलनी पड़ेगी परेशानी

अगर मई माह तक निगम प्रबंधन नई बसें नहीं खरीद पाता है, तो इसका नुकसान रोजाना परिवहन निगम की बसों में सफर करने वाले यात्रियों के साथ चारधाम यात्रियों को उठाना पड़ेगा। अगर नई बसें नहीं आती हैं तो बेड़े में पहले से मौजूद बसों को बी यात्रा रूट पर लगाया जाएगा। इसके चलते बसों के कई नियमित रूट कट सकते हैं। वहीं दूसरी ओर अगर यात्रा रूट पर बसों की संख्या नहीं बढ़ाई गई तो फिर चारधाम यात्रा रूट पर जाने वाले यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा।

फ्00 बसें बेड़े से की बाहर

पूर्व में जब नई बसें खरीदने की तैयारी चली तो इस बीच आनन-फानन में परिवहन निगम ने अपने बसों के बेड़े से पुरानी बसें बाहर कर दी थीं। सभी डिपो कार्यालयों से करीब फ्00 से अधिक पुरानी बसों को बाहर का रास्ता दिखाया गया था। इसके चलते पहाड़ के कई रूट कट गए, जहां परिवहन निगम की बसें रेगुलर जाया करती थीं। क्योंकि यहां संचालन के लिए निगम के पास पर्याप्त मात्रा में बस उपलब्ध नहीं है। वर्तमान में परिवहन निगम में क्ख्00 बसों का बेड़ा है, जिसमें कुछ बसें निगम प्रबंधन की अपनी और कुछ अनुबंधित बसें हैं।

हर साल ख्भ् करोड़ का नुकसान

उत्तराखंड परिवहन निगम को हर साल पर्वतीय मार्र्गो पर बसों के संचालन को लेकर करीब ख्भ् करोड़ का नुकसान होता है। निगम को बसों के संचालन को लेकर जो आमदनी होती है। वह सिर्फ मैदानी रूट पर होती है। पर्वतीय रूट पर सरकार और प्रदेश की छवि बनाए रखने और पब्लिक की सुविधा के लिए परिवहन निगम यहां बसों का संचालन करता है, इसलिए सरकार परिवहन निगम को कई बार लोन के रूप में भी कुछ रकम देती है।

वर्जन-

पूर्व में सरकार ने जो क्00 करोड़ रुपए का लोन देने के लिए घोषणा की थी। उसकी प्रक्रिया शासन में चल रही है। शीघ्र लोन मिल जायेगा। इसके बाद नई बसें खरीदी जाएंगी।

-दीपक जैन, महाप्रबंधक, उत्तराखंड परिवहन निगम