-शिकारी दल पर भी किया गुलदार ने हमला, एक शिकारी व वन कर्मी घायल

रुद्रप्रयाग: रुद्रप्रयाग जिले में दो वर्षीय मासूम को निवाला बनाने वाले गुलदार को शिकारी दल ने ढेर कर दिया। इससे पहले गुलदार ने एक शिकारी और वन कर्मचारी पर भी हमला किया। इससे दोनों को मामूली खरोंच आई है। गुलदार के खात्मे से क्षेत्र की जनता ने भी राहत की सांस ली है। अगस्त्यमुनि विकासखंड के सिल्लाबामण गांव में शनिवार की रात गुलदार आंगन से एक बच्ची को उठा ले गया था। दो दिन चली खोजबीन के बावजूद बच्ची का कुछ पता नहीं चल पाया।

पूरे दिन रही तलाश

इस बीच वन विभाग ने गुलदार को नरभक्षी घोषित कर क्षेत्र में दो शिकारी जाय हुकिल, जहीर और अजहर खान को तैनात किया। शिकारी दल रविवार को पूरे दिन गुलदार को तलाशता रहा, लेकिन सफलता नहीं मिली। रविवार को आधी रात के बाद शिकारी दल को गांव के पास गुलदार नजर आया। इस पर शिकारी अजहर खान ने गोली चला दी। गुलदार तेजी से झाडि़यों में गुम हो गया। शिकारी जाय हुकिल ने बताया कि तब तक तेज बारिश शुरू हो गई तो दल को लौटना पड़ा। बारिश रुकने पर तड़के दल एक बार फिर उसी जगह पहुंचा जहां गुलदार रात को देखा गया था। दल अभी टोह ले रहा था कि झाडि़यों से निकल एकाएक गुलदार ने हमला कर दिया। हमले में शिकारी अजहर और टीम के साथ मौजूद वन आरक्षी कुलदीप थपलियाल घायल हो गए। इस बीच शिकारी जाय हुकिल गुलदार को निशाना बना डाला। शिकारी हुकिल ने बताया कि नरभक्षी के दो दांत भी टूट हुए हैं। इससे साफ है कि यह वही नरभक्षी है जिसने बच्ची को निवाला बनाया था। वन क्षेत्राधिकारी रजनीश लोहनी ने बताया कि गुलदार को जिंदा पकड़ने की भरसक कोशिश रही, लेकिन टीम कामयाब नहीं हो पाई।

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प्रदेश में छह माह में 13 गुलदार किए गए नरभक्षी घोषित

उत्तराखंड में गुलदार दहशत का पर्याय बने हुए हैं। इस साल एक जनवरी से अब तक वन्य जीवों के हमले में 29 व्यक्तियों की जान गई है। इसमें से 17 को गुलदार ने निवाला बनाया। वहीं 23 लोग गुलदार के हमलों में जख्मी हुए हैं। इस अवधि में 13 गुलदार नरभक्षी घोषित किए गए। इनमें से आठ शिकारियों की गोली का निशाना बने, जबकि पांच को पकड़ लिया गया।