- रविवार को नगर निगम में आयोजित किया गया मैती सम्मान

DEHRADUN: राज्य में बीज बचाओ आंदोलन के अग्रणी विजय जड़धारी और पर्यावरण संरक्षण के लिए हमेशा समर्पित रहे 'इकोमैन' महावीर सिंह मेहता को मैती सम्मान से नवाजा गया है। रविवार को नगर निगम ऑडिटोरियम में यूकॉस्ट के डीजी डॉ.राजेंद्र डोभाल ने हस्तियों को सम्मान से पुरस्कृत किया।

कर्मभूमि में दिखते हैं ऐसे लोग

बतौर चीफ गेस्ट यूकॉस्ट के महानिदेशक डॉ। राजेंद्र डोभाल ने कहा कि प्रदेश में कई लोग जमीन से जुड़े रहकर पर्यावरण को बचाने के लिए काम कर रहे हैं, वहीं वे सांस्कृतिक विरासत को भी सहेजने में जुटे हुए हैं। ये वह लोग हैं, जो सत्ता के गलियारों में नहीं, बल्कि अपनी कर्मभूमि में दिखाई देते हैं। वहीं लोक गायक प्रीतम भर्तवाण ने कहा कि राज्य में पलायन रुकने का नाम नहीं ले रहा है। इस दौरान एडीएम प्रशासन प्रताप शाह, आइटीबीपी के पूर्व एडीजी हीरा सिंह, जागर गायिका बसंती बिष्ट, उत्तराखंड महिला मंच की अध्यक्ष कमला पंत, साहित्यकार वीणा पाणी जोशी सहित कई लोगों ने विचार व्यक्त किए। अध्यक्षता हार्क संस्था के निदेशक महेंद्र सिंह कुंवर ने की.

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ग्राम गंगा अभियान की शुरुआत

मैती आंदोलन के फाउंडर कल्याण सिंह रावत ने बताया कि ग्राम गंगा अभियान की शुरुआत की गई है। गांव छोड़ चुके लोगों से अपील की जाएगी कि वह एक गुल्लक बना लें, जिस पर अपने पूर्वजों और गांव का नाम लिखें और रोजाना एक रुपया उसमें डालें। हर गांव में महिलाओं की समिति बनाई जाएगी, जो लोग पैसा भेजेंगे, उनके नाम से गांव में एक पेड़ लगाया जाएगा।

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भ्0 हजार पौधे रोपे, ख्00 बीज बचाए

इकोमैन कहे जाने वाले महावीर सिंह मेहता पेशेवर शिक्षक हैं। रुद्रपयाग के कालाकोट के रहने वाले एमएस मेहता ने क्भ् सालों में अभी तक भ्0 हजार से अधिक पौधे रोपे हैं। वहीं उत्तराखंड में बीज बचाओ आंदोलन की शुरुआत करने वाले टिहरी की हेंवल घाटी के रहने वाले विजय जड़धारी ने साढ़े तीन दशकों में ख्00 तरह के बीजों को बचाया है।