-कभी मेट्रो तो कभी लाईट रेल ट्रांजिट सिस्टम का हो रहा दावा

-नेशनल हाईवे ऑफ इंडिया को भेजा गया था प्रस्ताव

-अभी तक योजना में खर्च के आंकलन का काम भी अधूरा

>rajneesh.kumar@inext.co.in

DEHRADUN: देहरादून से हरिद्वार तक मेट्रो भाषणों में बहुत रफ्तार से दौड़ रही है। धरातल की बात करें तो अभी तक सर्वे तक पूरा नहीं हुआ है। कभी मेट्रो तो कभी लाइट रेल ट्रांजिट सिस्टम का दावा हो रहा है, लेकिन अभी तक किसी का भी सर्वे नहीं हो पाया है। वर्तमान की हालत यह है कि इस योजना को अमलीजामा पहनाने वाली एमडीडीए भी खुद यह नहीं जानती कि भविष्य में मेट्रो शुरू होगी या लाईट रेल ट्रांजिट सिस्टम।

डेढ़ साल पहले की थी घोषणा

करीब डेढ़ साल पहले सीएम हरीश रावत ने देहरादून में मेट्रो चलाने की घोषणा की थी। एमडीडीए देहरादून को प्रस्ताव बनाने और इस पर काम करने की जिम्मेदारी सौंपी गई। शुरुआती दौर में एक किलोमीटर पर करीब ब्0 करोड़ का खर्चा आंका गया, जिसमें जमीन के अधिग्रहण का खर्चा अलग था। मेट्रो को देहरादून, हरिद्वार, ऋषिकेश तक चलाने की योजना बनी तो खर्चा बढ़ गया। ऐसे में एमडीडीए ने ऐसी ही दूसरी योजना शुरू करने का विकल्प तलाशना शुरू कर दिया और मेट्रो योजना अधर में लटक गई।

लाईट रेल ट्रांजिट सिस्टम को बनाया विकल्प

एमडीडीए ने लाईट रेल ट्रांजिट सिस्टम को मेट्रो के विकल्प के रुप में देखा और सर्वे की बात कही गई। मल्टी सिटी की तर्ज पर लाईट रेल ट्रांजिट सिस्टम हाईवे पर चलाने पर विचार हुआ, क्योंकि इसके लिए जमीन भी नहीं तलाशनी पडे़गी। हालांकि अभी तक इस योजना पर भी सहमति नहीं बनी है, क्योंकि अभी इसके लिए प्रस्ताव नेशनल हाईवे ऑफ इंडिया को भेजा गया है।

असमंजस में है पूरा प्रोजेक्ट

भले ही सरकार अब फिर से मेट्रो का दावा कर रही हो, लेकिन वर्तमान स्थिति असमंजस की बनी हुई है। एमडीडीए अभी तक किसी भी निर्णय पर नहीं पहुंच सका है। अब फिर से एक कंपनी से बात की जा रही है, जो सर्वे कर बताएगी कि इस रूट पर मेट्रो या एलआरटी कौन सा प्रोजेक्ट सफल हो सकता है।

जनता के लिए बड़ी आस है मेट्रो

यदि मेट्रो या एलआरटी शुरू होता है तो जनता को इस रूट पर जाम से निजात मिलने की उम्मीद है। अधिकांश लोग इसी से यात्रा करेंगे। इसके स्टेशन भी इस मार्ग पर पड़ने वाले बस स्टैंड के आसपास ही बनाएंगे, ताकि वहां से लोग इसमे चढ़ सकें और इसका लाभ उठा सकें।

चल रहा है सर्वे

मेट्रो चलनी है या एलआरटी, इसके लिए सर्वे कराया जा रहा है। सर्वे पूरा होने के बाद ही तय हो पाएगा कि कौन से प्रोजेक्ट पर काम हो पाएगा।

--पीसी दुमका, सचिव, एमडीडीए

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शीघ्र पूरा हो जाएगा सर्वे

अभी एलआरटी और मेट्रो पर सर्वे होना है। इसके लिए एक कंपनी से बात चल रही है, जो शीघ्र ही सर्वे शुरू कर देगी। अभी तक यह निर्धारित नहीं हुआ है कि कौन सी योजना शुरू होनी है। इसका निर्धारण शीघ्र हो जाएगा। सर्वे के बाद ही बजट भी फाइनल होगा।

--राजीव रंजन, पीएमयू, प्रोजेक्ट मैनेजर एमडीडीए