-दीवानगी ऐसी की अमेरिका से मंगाया मोहम्मद अली का ऑटोग्राफ

-यूनिक चीजों का संग्रह करते हैं शेख अमीर अहमद

>DEHRADUN:

यूं तो इंटरनेशनल मोहम्मद अली की पूरी दुनिया ही दीवानी है, लेकिन देहरादून में एक शख्सियत ऐसी भी है जो उनकी यादें संजोकर रखे हुए हैं। शेख अमीर अहमद की दीवानी कुछ ऐसी ही है। शेख मोहम्मद अली की लगभग सभी किताबों को संजोए हुए हैं, वहीं अमेरिका से उनका ऑटोग्राफ तक मंगाकर रखा हुआ है। शेख अमीर अहमद कहते हैं कि वह मोहम्मद अली के खेल के साथ-साथ उनकी विचारधारा के कायल हैं।

बचपन से ही आदश्ा रहे अली

शेख अमीर अहमद कहते हैं कि मोहम्मद अली उनके बचपन से ही आदर्श रहे हैं। उन्होंने पुरानी यादें ताजा करते हुए कहा कि वह और उनके भाई शेख रईस अहमद देहरादून के कैम्ब्रियन हॉल स्कूल में पढ़ते थे। यह 70 का दशक था। इस बीच मोहम्मद अली भारत आए थे, जिसकी चर्चाएं हर जगह थी। उसी दौरान उनके बडे़ भाई शेख रईस अहमद ने उनको आदर्श मान लिया और इसके बाद बॉक्सिंग शुरू कर दी और कई अवॉर्ड भी जीते। दोनों भाइयों के कमरे में मोहम्मद अली के पोस्टर ही लगे होते थे।

हॉल ऑफ फेम की घटना ने बढ़ाई इज्जत

शेख अमीर अहमद कहते हैं कि मोहम्मद अली को अमेरिका के हॉलीवुड स्थित हॉल ऑफ फेम में स्टार पर उनका नाम लिखने का न्योता मिला। यह वह जगह है जहां हर प्रसिद्ध व्यक्ति अपना नाम लिखवाना चाहता है, लेकिन उन्होंने इस प्रस्ताव को यह कहते हुए ठुकरा दिया कि उनका नाम एक पवित्र नाम है, इसे धरती पर नहीं लिखवा सकता। इसके बाद उनके सम्मान में पहली बार दीवार पर स्टार लगाकर नाम लिखा गया। इस घटना ने उनकी इज्जत बढ़ा दी। शेख अमीर अहमद कहते हैं कि दो साल पहले ही उन्होंने अपने अमेरिकन मित्र रोन मगे्र के जरिए मोहम्मद अली का ऑटोग्राफ भी मंगाए।