- जेईई स्कोर और ट्वेल्थ परफॉर्मेस मिलकर बनाएगी बेहतर रैंक

- 40 परसेंट 12वीं और 60 परसेंट जेईई के मा‌र्क्स से तैयार होती है सीएमएल

- केवल इस साल ही मिल सकेगा 12वीं अंकों का फायदा

DEHRADUN: जेईई मेन का ऑफलाइन एग्जाम संडे को संपन्न हो गया। 9 व क्0 अप्रैल को ऑनलाइन एग्जाम ऑर्गनाइज होगा। आंकड़ों पर गौर करें तो इस बार लास्ट ईयर के मुकाबले ऑफलाइन एग्जाम देने वाले कैंडिडेट्स की संख्या कम रही। यह कैंडिडेट्स अब एडवांस की तैयारियों में जुटेंगे। लेकिन इससे पहले की तैयारियों का आगाज हो एक नजर संभावित कटऑफ पर भी डालना बेहतर होगा। जिसके दम पर आपको ऑल इंडिया रैंक का अंदाजा होगा।

ख्7 को आएगा रिजल्ट

सेंटल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन द्वारा ज्वॉइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन (जेईई मेन-ख्0क्म्) का पेपर पेन मोड (ऑफलाइन मोड) एग्जाम संडे को ऑर्गनाइज हो गया। राजधानी में पहली बार क्फ् सेंटर्स पर एग्जाम कंडक्ट कराया गया। ऑनलाइन एग्जाम होने के बाद ख्7 अप्रैल को जेईई मेंस का रिजल्ट जारी किया जाएगा। इस बार मेन क्वालिफाई करने वाले टॉप डेढ़ लाख कैंडिडेट्स की जगह दो लाख कैंडिडेट्स को जेईई एडवांस में अपियर होने का मौका मिलेगा। ऑल इंडिया रैंक में आने के लिए बेहतर मा‌र्क्स लाना बेहद जरूरी होगा।

जेईई मेंस एग्जाम क्वॉलिफाई करने वाले टॉप दो लाख कैंडिडेट्स को एडवांस में शामिल होने का मौका मिलेगा। जिसके बाद एडवांस क्वॉलिफाई करते हुए तकरीबन दस हजार टॉप रैंकर्स को आईआईटी में दाखिला मिलेगा। लेकिन इसके बाद बाकी बचे एक लाख नब्बे हजार कैंडिडेट्स को निराश होने की जरूरत नहीं है। देश के बाकी बेहतरीन संस्थानों में दाखिला की राह उनके बोर्ड मा‌र्क्स तय करने में मदद करेंगे।

बोर्ड के मा‌र्क्स होंगे खेवनहार

जेईई मेंस में बेहरीन परफॉर्मेस के बाद भी रैंक गड़बड़ा सकती है। जिन कैंडिडेट्स ने बोर्ड एग्जाम में बेहतर प्रदर्शन किया होगा उन्हें इससे डरने की जरूरत नहीं। दरअसल जेईई मेन और एडवांस एग्जाम संपन्न होने के बाद एनआईटी, जीएफटीआई और ट्रिपल आईटी जैसे बेहतरीन संस्थानों में दाखिले के लिए कॉमन मेरिट लिस्ट (सीएमएल) तैयार की जाएगी। सीएमएल की रैंक जेईई मेन के स्कोर और बोर्ड परफॉर्मेस के कंपोजिट स्कोर पर निर्भर करेगी। एक्सप‌र्ट्स का भी मानना है कि जिन कैंडिडेट्स के बोर्ड एग्जाम बेहतर हुए हैं और जेईई एग्जाम में खुद को कटऑफ के अंदर मान रहे हैं, उनके लिए बेहतर रैंक के साथ एनआईटी जैसे संस्थानों की राह आसान होगी।

केवल इस साल मिलेगा फायदा

कैंडिडेट्स को सीएमएल में केवल इसी साल क्ख्वीं के अंकों का फायदा होगा। साल ख्0क्7 से नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एनआईटी) में एडमिशन के लिए बनने वाली ऑल इंडिया रैंकिंग में क्ख्वीं के अंक नहीं जुड़ेंगे। दरअसल अभी तक एनआईटी में एडमिशन के लिए कैंडिडेट्स को पहले जेईई मेंस क्वॉलिफाई करना होता है। उसके बाद म्0 परसेंट जेईई की परफॉरमेंस और ब्0 परसेंट क्ख्वीं के मा‌र्क्स की परफॉरमेंस के आधार पर सीएमएल तैयार की जाती है। रैंकिंग के हिसाब से इन संस्थानों में प्रवेश मिलता था। लेकिन, हाल ही में देशभर के फ्क् एनआईटी संस्थानों में एडमिशन प्रोसेस में बदलाव किए जाने का फैसला किया गया है। जिसके तहत अब आईआईटी की तर्ज पर ही एडमिशन किए जाएंगे। यानि एनआईटी में एडमिशन के लिए क्ख्वीं के मा‌र्क्स के कोई मायने नहीं होंगे।

वर्जन----

बोर्ड मा‌र्क्स और जेईई मेंस को स्कोर मिलकर सीएमएल तैयार की जाती है। हालांकि केवल इसी साल कैंडिडेट्स को यह फायदा मिल सकेगा। अगले साल से एनआईटी में दाखिले के लिए बारहवीं के अंक जोड़े नहीं जाएंगे। ऐसे में इस साल जो स्टूडेंट्स बारहवीं में बेहतर प्रदर्शन करेंगे उनके लिए एनआईटी में एडमिशन हासिल करना काफी आसान रहेगा।

----विपिन बलूनी, मैनजिंग डायरेक्टर, बलूनी क्लासेज