- धनौरी में एक ही बैक होने से लोगों को होती है परेशानी

- घंटों तक लाइन में खड़े रहने के बाद होता है लेन-देन

HARIDWAR: धनौरी में पिछले कई वर्षो से ग्रामीण बैंक शाखा खोलने की मांग कर रहे हैं। लेकिन अभी तक ग्रामीणों की मांग पूरी नहीं हो सकी है। इससे ग्रामीणों को एक ही बैंक पर निर्भर रहना पड़ रहा है।

ख्फ् हजार से अधिक है आबादी

धनौरी से जुड़े क्भ् से अधिक गांव की आबादी करीब ख्भ् हजार है। इसके बावजूद यहां सिर्फ एक ही बैंक खुला हुआ है। एक ही बैंक होने के कारण ग्रामीणों को पैसों के लेन-देन के लिए घंटों तक इंतजार करना पड़ता है। रोशनाबाद मुख्यालय से क्ख् किमी दूर स्थित धनौरी आसपास के दर्जनों गांवों का केंद्र है। धनौरी क्षेत्र के गांवों में आज भी तमाम सुविधाओं के आभाव है। क्षेत्र में न तो अग्निशमन केंद्र है और न ही लैंडलाइन की सुविधा। इसके साथ ही क्षेत्र में ओबीएस बैंक की शाखा खुली हुई है, लेकिन यहां की आबादी अधिक होने के चलते बैंक में हर समय भीड़ लगी रहती है।

घंटो तक करना पड़ता है इंतजार

इसी बैंक में कई शिक्षण संस्थाओं की छात्रवृत्ति के खाते, गन्ना मिलों के भुगतान के खाते सहित स्थानीय लोगों के खाते भी हैं। बैंक में भीड़ अधिक होने के कारण ग्रामीणों को ग्रामीणों को लेन-देन के लिए घंटों तक लाइन में खड़ा रहना पड़ता है। ग्रामीण अनिल सैनी, पवन कांबोज, अंजू आदि ने बताया कि ख्भ् गांवों के प्रधानों के हस्ताक्षर कराकर रिजर्व बैंक दिल्ली से पत्राचार कर क्षेत्र में बैंक की शाखा खोलने की मांग की गई है। लेकिन अभी तक इस दिशा में कोई कार्रवाई नहीं हुई है। बैक न होने के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।