-सुपरवाइजर्स को सौंपी स्थिति रिपोर्ट देने की जिम्मेदारी

-नालों के चोक होने में जिम्मेदार डेयरियां होंगी चिन्हित

-सिटी में संचालित हैं 250 पशु पालन डेयरियां

>DEHRADUN: बरसात शुरू होते ही नालों के चोक होने की समस्या गहराने के बाद नगर निगम डेयरियों पर सख्त होता दिख रहा है। निगम ने सभी पशु पालन डेयरियों से उनके कूडे़ के निस्तारण की स्थिति पर जवाब भी मांगा है। इसके साथ ही मौके की स्थिति जानने के लिए सभी वार्डो के सुपरवाइजर्स से भी सूचना मांगी है। आईनेक्स्ट ने डेयरियों से नालों के चोक होने की समस्या को प्रमुखता से उठाया था।

दून में चल रही ख्भ्0 डेयरियां

देहरादून में ऐसा ही कोई मोहल्ला होगा, जहां डेयरी न हो। हर वार्ड और मोहल्ले में पशुपालन डेयरियां संचालित हो रही है। हालांकि यह व्यवसाय कॉमर्शियल तौर पर किया जा रहा है, लेकिन इन्हें आवासीय क्षेत्रों में खाली प्लॉट्स में खोल दिया गया है। इसके बावजूद कोई इन पर शिकंजा कसने की हिम्मत तक नहीं जुटाता।

ड्रेनेज में बड़ी समस्या है नाले

दूनवासियों की मानें तो एक दशक पहले तक दून का ड्रेनेज सिस्टम इतना खराब नहीं था, लेकिन अब हर साल बारिश में जलभराव की स्थिति बन जाती है। इसका सबसे बड़ा कारण कुछ और नहीं, बल्कि पॉलीथिन कूड़ा और डेयरियों से निकलने वाला कचरा ही है।

नालों में बहा देते हैं गोबर

दर्जनों डेयरियों के पास गोबर एकत्रित करने और उसके निस्तारण की व्यवस्था नहीं है। ऐसे में दर्जनों डेयरियां बारिश में इस गोबर को नालियों में बहा देते हैं। ऐसे में नगर निगम द्वारा बरसात से पहले की गई सफाई भी बेकार हो जाती है और नाले फिर से चोक हो जाते हैं।

सुपरवाइजर्स तैयार करेंगे रिपोर्ट

नगर निगम ने अपने सभी सुपरवाइजर्स को डेयरियों द्वारा किए जा रहे सफाई व्यवस्था के नुकसान का आंकलन करने की जिम्मेदारी भी सौंपी है। नगर निगम एक साथ सभी पर कार्रवाई करने से तो कतरा रहा है, लेकिन कचरा नालों में बहाने वालों को पहले चरण में चिन्हित कर कार्रवाई की तैयारी में भी है।

----

ऐसी सभी डेयरियों को चिन्हित किया जा रहा है, जो कचरा नालों में बहा रही हैं। उनके खिलाफ कार्रवाई की तैयारी भी की जा रही है। इसके लिए पहले ऐसी डेयरियों की रिपोर्ट तैयार की जाएगी।

-केएस गुंज्याल, वरिष्ठ नगर स्वास्थ्य अधिकारी, नगर निगम देहरादून