अब तो साधना के लिए मोदी गुफा में महिलाओं की भी दस्तक

-बुकिंग के लिए केवल ऑनलाइन सुविधा, 2.16 लाख रुपये की हुई आमदनी

देहरादून, 11 नवम्बर (ब्यूरो):
करीब चार वर्ष पहले 2019 में जब पीएम नरेंद्र मोदी ने केदारनाथ धाम में स्थित मेडिटेशन केव में ध्यान लगाया, मानो उसके बाद देशभर के यात्रियों में भी इस गुफा को लेकर क्रेज बढ़ गया है। यही वजह है कि इस साल भी यहां करीब 72 यात्री मेडिटेशन के लिए केदारपुरी पहुंचे और गुफा में ध्यान लगाया है। खास बात ये है कि इस बार तो करीब 7 महिलाएं भी शामिल रहीं। यह पहला मौका था, जब महिलाओं में भी गुफा में मेडिटेशन को लेकर उत्साह दिखा।

इस साल गुफा में पहुंचे यात्री
अप्रैल---1
मई--14
जून--16
जुलाई--13
अगस्त--9
सितंबर--8
अक्टूबर--11

3 गुफाएं और भी, पसंद नहीं
बताया गया है कि केदारनाथ धाम में जहां पर मोदी गुफा के नाम से पहचान रखने वाली साधना गुफा मौजूद है, उसके कुछ दूरी पर तीन अन्य गुफाएं भी तैयार हैं। जिनकी ऑफलाइन बुकिंग हो सकती हैं। लेकिन, योग साधक साधना के लिए उन गुफाओं को ज्यादा पसंद नहीं कर रहे हैं।

जीएसटी के अलावा तीन हजार
मोदी केव की ऑनलाइन बुकिंग के लिए साधकों को 3 हजार रुपये प्रति नाइट पे करना पड़ता है। जबकि, इसमें जीएसटी अलग है। बुकिंग के बाद साधना के दौरान 2 पानी की बोतल, जूस, फ्रूट्स और ड्राई फ्रूट्स की सुविधा भी जीएमवीएन की ओर से मुहैया कराई जाती है। साधक की डिमांड के आधार पर ही लंच या फिर डिनर निगम की ओर से मुहैया कराया जाता है।

ध्यान गुफा पर एक नजर
-केदारनाथ में जीएमवीएन ने तैयार करवाई थी ध्यान गुफा।
-गुफा का निर्माण 2018 में नेहरू पर्वतारोहण संस्थान उत्तरकाशी ने किया।
-करीब 8 लाख रुपए की कीमत से तैयार हुई थी ये गुफा।
-पीएम के मेडिटेशन के बाद मोदी गुफा नाम से फेमस हुई गुफा।
-कोरोनाकाल में यात्रा प्रभावित होने के कारण नहीं हो पाई थी गुफा की बुकिंग।

जून में सबसे ज्यादा 16 साधक पहुंचे
मोदी गुफा में साधना लगाने वाले साधकों में सभी भारतीय शामिल रहे। इसमें करीब 7 महिलाओं ने भी इस बार साधना की। जून में सबसे ज्यादा 16 साधक केदारपुरी गुफा में साधना के लिए पहुंचे। जबकि, मई में 14, और जुलाई में पहुंचने वाले साधकों की संख्या 13 रही। पिछले महीने भी 11 साधक साधना के लिए गुफा में पहुंचे। जिस प्रकार से मेडिटेशन केव में साधकों के बीच क्रेज दिखा। वैसे ही जीएमवीएन ने 216437 रुपये की भी आमदनी की।

जी हां, जिस गुफा में पीएम ने ध्यान लगाया था, उसकी बुकिंग इस बार भी उम्मीद के मुताबिक रही। कपाट खुलने के दौरान ही मई-जून तक के लिए पूरी हो चुकी थी। अबकी बार तो महिलाएं भी शामिल रहीं, जिन्होंने मेडिटेशन किया।
सुदर्शन खत्री, रीजनल मैनेजर, जीएमवीए