- स्टूडेंट्स की परेशानियों को देखते हुए लिया गया निर्णय

- यूजीसी ने देशभर के सभी विश्वविद्यालय को भेजे निर्देश

DEHRADUN: छात्रों को किसी भी प्रकार की परेशानी होने पर यूनिवर्सिटी ख्ब् घंटे मदद को हाजिर होगी। इसके लिए खास तौर पर यूनिवर्सिटीज को चौबीसों घंटे चलने वाली हेल्पलाइन शुरू करनी होगी। यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन (यूजीसी) ने इसे लेकर देशभर की यूनिवर्सिटीज को निर्देश जारी किए हैं। आयोग ने एडमिशन प्रक्रिया के दौरान स्टूडेंट्स को होने वाली परेशानियों को देखते हुए यह निर्णय लिया है।

ख्ब् घंटे होगा समस्या का समाधान

यूजीसी ने देशभर की यूनिवर्सिटीज को सर्कुलर जारी करते हुए कहा कि एडमिशन प्रोसेस के दौरान एक हेल्पलाइन शुरू की जाए। हेल्पलाइन सप्ताह के सातों दिन और चौबीसों घंटे चलाई जाए। ताकि स्टूडेंट्स को परेशानी से जूझना न पड़े। यूजीसी ने कहा है कि एडमिशन के समय स्टूडेंट्स को सबसे ज्यादा समस्याएं आती है। समय पर जानकारी नहीं मिलने से उन्हें भटकना पड़ता है। ऐसे में सभी यूनिवर्सिटी और कॉलेज अपने पोर्टल पर स्टूडेंट्स की समस्या के समाधान के लिए ख्ब् घंटे हेल्पलाइन की सुविधा उपलब्ध कराई जाए।

कंफ्यूजन से दिलाएगी निजात

एडमिशन के समय में स्टूडेंट्स के मन में कई तरह की शंकाएं होती है। कोर्स, स्ट्रीम और सब्जेक्ट्स आदि को लेकर अनुभव का अभाव स्टूडेंट्स को और भी परेशानी में डाल देता है। कई बार कंफ्यूजन में गलत फैसले ले लिए जाते है। जिसके चलते बाद में स्टूडेंट्स को सब्जेक्ट चेंज करने आदि के लिए आवेदन करने को भटकना पड़ता है। स्टूडेंट्स को एक ही प्लेटफॉर्म पर सभी जानकारियां मिल सके। इसी मकसद से यूजीसी ने देश के सभी हायर एजुकेशन संस्थानों को अपनी वेबसाइट के होम पेज पर एक हेल्पलाइन नंबर उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।

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एडमिशन के वक्त स्टूडेंट्स फ्यूचर को लेकर बेहद टेंस्ड होते हैं। कोर्स और सब्जेक्ट्स को लेकर सही गाइडेंस न मिल पाने के कारण अक्सर स्टूडेंट्स परेशान नजर आते हैं। यूजीसी की इस पहल से स्टूडेंट्स को सही मार्गदर्शन मिलेगा। हमने अपनी ओर से पहले से ही हेल्पलाइन सुविधा दी हुई है।

----प्रो। पीके गर्ग, वाइस चांसलर, उत्तराखंड टेक्निकल यूनिवर्सिटी