स्कूल वैन चालक की करतूत आई सामने, परिजनों ने की पुलिस में शिकायत
-तीन साल से स्कूल वैन चला रहा है आरोपी मोहम्मद शहवाज, बिजनौर निवासी

देहरादून, 5 अक्टूबर (ब्यूरो)। ये मामला तब सामने आया, जब परिजनों को कई दिनों से अपना बच्चा डरा व सहमा लगा। परिजनों ने जब अपने बच्चे से पूछताछ की तो उसने सब कुछ बयां कर दिया। परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर अरेस्ट कर जेल भेज दिया है। पुलिस के अनुसार आरोपी मूल रूप से बिजनौर यूपी का रहने वाला है। वह पिछले तीन साल से स्कूल वैन चला रहा है। पुलिस के मुताबिक स्कूल वैन चालक ने जिस बच्चे के साथ अश्लील हरकतें की, वह कई दिनों डरा-सहमा हुआ था। बाद में उसने अपने पैरेंट्स को सब कुछ बयां कर दिया। बच्चे के पैरेंट्स ने जब उसी वैन से स्कूल जाने वाले दूसरे बच्चों से जानकारी ली तो उन्होंने भी स्कूल वैन चालक पर छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया। इसके बाद पैरेंट्स ने पुलिस में शिकायत की और पुलिस ने उसके खिलाफ केस दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के मुताबिक स्कूल वैन चालक मूल रूप से बिजनौर (यूपी) का रहने वाला है। वह तीन साल से स्कूल वैन चला रहा है।

जान से मारने की धमकी देता रहा
डालनवाला कोतवाली प्रभारी इंसपेक्टर राजेश साह के अनुसार शिकायत में परिजनों ने बताया कि उनका बेटा ईसी रोड स्थित एक प्राइवेट स्कूल में कक्षा चार में पढ़ता है। वह कई दिनों डरा हुआ महसूस हुआ। कारण पूछने पर उसने स्कूल वैन चालक पर वैन में अश्लील हरकतें करने का आरोप लगाया। यहां तक कि वैन चालक ने किसी को कुछ बताने पर जान से मारने तक की धमकी दी थी।

आरोपी बिजनौर यूपी निवासी
पुलिस के अनुसार आरोपी मोहम्मद शहवाज निवासी ब्राह्मणवाला माजरा को उसी दिन शाम को कर्जन रोड से गिरफ्तार कर लिया गया था। वह मूलरूप से बिजनौर यूपी का रहने वाला बताया गया है। प्रकरण को देखते हुए पुलिस ने स्कूल मैनेजमेंट को भी बच्चों की सुरक्षा को लेकर हिदायत दी है।

::पुलिस की परिजनों से अपील:::
-अपने बच्चों को गुड टच व बैड टच के बारे में बताएं।
-इस प्रकार की घटना सामने आती है तो दें पुलिस को सूचना।
-स्कूल वैन या टैंपो के चालकों की जानकारी जरूर पास में रखें।

स्कूल वैन एसोसिएशन हरकत में
उत्तराखंड स्कूल वैन एसोसिएशन ने भी इस मामले को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। एसोसिएशन के अध्यक्ष सचिन गुप्ता ने पुलिस व आरटीओ से अपील की है कि ऐसे स्कूल बस व वैन चालकों को सघन चेकिंग अभियान चलाया जाए। बताया, हाल में उन्होंने आरटीओ से भी इस बारे में जानकारी शेयर की।

250 स्कूल वैन का रिकॉर्ड नहीं
बताया जा रहा है कि दून सिटी में करीब 250 ऐसे स्कूल वैन संचालित हो रही हैं। जिनका पुलिस व आरटीओ के पास कोई रिकॉर्ड नहीं है। उनके वैन संचालकों का पुलिस वैरीफिकेशन तक नहीं है। जबकि, उत्तराखंड स्कूल वैन एसोसिएशन के तहत 450 स्कूल वैन हैं, जिनका पूरी तरह वैरीफिकेशन है और आरटीओ ऑफिस में उनकी पूरी जानकारी मौजूद है।

आयोग ने दिया दो माह का समय
उत्तराखंड बाल संरक्षण आयोग ने भी मामले को गंभीरता से लिया है। बाल आयोग की अध्यक्ष डॉ। गीता खन्ना ने बताया कि स्कूल संचालकों के साथ ही आरटीओ व सीईओ को पत्र भेजा जाएगा। जिसमें कहा जाएगा कि ऐसे स्कूल वैन चालकों का वैरीफिकेशन सुनिश्चित किया जाए। इसके लिए दो सप्ताह का समय निर्धारित किया गया है।

अवैध तौर पर संचालित स्कूल वैन व बस
-पीली प्लेट लगाकर चल रहे हैं ऐसे वाहन
-ऐसे सभी वाहन पुराने
-सेफ्टी के कोई मानक नहीं
-पुलिस, प्रशासन व आरटीओ का कोई ध्यान नहीं
-नियम कानूनों की कोई परवाह नहीं


वर्जन:::
उत्तराखंड स्कूल वैन एसोसिएशन से जुड़े सभी स्कूल वैन संचालकों के साथ जल्द ही बैठक आयोजित कर चालकों का वैरीफिकेशन किया जाना सुनिश्चित किया जाएगा। ऐसे स्कूल वैन संचालकों के लिए पुलिस, आरटीओ से भी सख्ती बरतने की अपील की जाएगी।
सचिन गुप्ता, अध्यक्ष, उत्तराखंड स्कूल वैन एसोसिएशन

यकीनन यह मामला बेहद चौंकाने वाला है। अब तक इसको लेकर आयोग के पास कोई शिकायत नहीं आई है। लेकिन, सभी स्कूल वैन व बस चालकों का वैरीफिकेशन हो, इसके लिए आरटीओ, सीईओ व पुलिस को पत्र लिखा जा रहा है। जिससे ऐसे वैन चालकों के खिलाफ कार्रवाई हो सके।
डॉ गीत खन्ना, अध्यक्ष, बाल आयोग।